कानपुर: कोरोना शुक्राणुओं की चौथी लहर को लेकर आईआईटी कानपुर के प्रोफेसरों के अलग-अलग दावे सामने आ रहे हैं। एक ओर प्रोफेसर अग्रवाल ने चौथी लहर की आशंका से इनकार किया है तो वहीं दूसरी ओर प्रोफेसर सुभ्रा शंकर धर कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले चौथी लहर आने का संकेत दे रहे हैं। चौथी लहराने के संकेत मानते हुए प्रोफ़ेसर का कहना है हालांकि सही आकलन एक सप्ताह बाद संक्रमण के आंकड़ों के आधार पर किया जाएगा। अभी तक के डेटा से यही सामने आया है कि यह संक्रमण पहले की अपेक्षा ज्यादा घातक नहीं है, फिर भी लोगों को सचेत रहने की जरूरत है।