बिहार के अधिकतर जिले इस समय प्रचंड गर्मी और लू की चपेट में हैं. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने राज्यभर के स्कूल को खुले रखने का आदेश दिया है. इस बीच, मुजफ्फरपुर जिले में लू लगने से 55 वर्षीय शिक्षक अविनाश कुमार अमर की मौत हो गई. इस मामले में अब शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक, डीएम सहित तीन पदाधिकारियों के खिलाफ परिवाद दायर की है. ये मामला सीधे मुजफ्फरपुर सीजेएम कोर्ट पहुंचा है.
55 वर्षीय मृतक शिक्षक डॉक्टर अविनाश कुमार अमर के रिश्तेदार परितोष कुमार की ओर से प्रचंड गर्मी में भी राज्य के सभी स्कूल खोले जाने के आदेश को लेकर यह कोर्ट में परिवाद दायर की है. इसमें उन्होंने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक, डीएम सुब्रत कुमार सेन, जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह को आरोपी बनाया है.
परितोष कुमार ने कोर्ट में दायर की गई परिवाद में बताया कि उनके बड़े बहनोई डॉक्टर अविनाश कुमार अमर औराई प्रखंड के महावीर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मटिहानी में शिक्षक के पद पर कार्यरत थे. इन दिनों भीषण गर्मी और लू चल रही है. प्रशासन ने स्कूलों में छुट्टी की घोषणा नहीं कि उन्हें लू लग गई और जान चली गई. इसके लिए सीधे तौर पर तीन अधिकारी जिम्मेदार हैं.
उन्होंने टीचर अविनाश की मौत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों का नाम अपर मुख्य सचिव केके पाठक, जिले के डीएम सुब्रत कुमार सेन और जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह को ठहराया है. उन्होंने कहा कि बहनोई के मौत के मामले में यही लोग जिम्मेदार हैं. इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.