सुरंग में ड्रिलिंग करके मलबे के पार 53 मीटर लंबा पाइप पहुंचाया गया, अंदर फंसे मजदूरों का पहली बार वीडियो सामने आया
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हुए टनल हादसे को 10 दिन हो गए हैं, लेकिन अभी भी मजदूर अंदर ही फंसे हैं. उन्हें बाहर निकालने की अभी तक की सभी कोशिशें विफल साबित हुई हैं. इस बीच टनल के अंदर फंसे मजदूरों का पहली बार वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि अंदर मजदूरों और सुरंग की हालत कैसी है. यह पहली बार है जब सीसीटीवी कैमरा उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में उस जगह पहुंचा है जहां मजदूर फंसे हैं.
राज्य और केंद्र सरकार की एजेंसियों के प्रयासों की मदद से टनल के अंदर संकट में फंसे 41 मजदूरों के पास कैमरा पहुंच गया है. ये कैमरा 6 इंच के पाइप के साथ भेजा गया है. इसी पाइप की मदद से खिचड़ी भी भेजी गई है. खिचड़ी को बोतल में बंद करके भेजा गया है. कैमरे की मदद से अंदर की वास्तविक स्थिति का पता चल पा रहा है. अंदर लाइट की पूरी व्यवस्था है, वीडियो में मजदूरों को सिर पर सेफ्टी हेलमेट पहने हुए देखा जा सकता है.
टनल में खुदाई के दौरान धंसाव के होने की वजह से पिछले 10 दिनों से 41 मजदूर टनल में फंसे हुए हैं. वीडियो देखकर ये कहा जा सकता है कि अंदर फंसे सभी मजदूर पूरी तरह सुरक्षित हैं. उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है. अब उन्हें जल्द से जल्द बाहर निकालने की कोशिश है.
सुरंग में ड्रिलिंग करके मलबे के पार 53 मीटर लंबा पाइप पहुंचाया गया. इससे पहले, सुरंग में मजदूरों तक ऑक्सीजन, हलका खाना, मेवे, दवाइयां और पानी पहुंचाने के लिए चार इंच की पाइप का इस्तेमाल किया जा रहा था. नए पाइप को दूसरी ‘लाइफ लाइन’ कहा जा रहा है. साथ ही मजदूरों को बाहर निकालने के विकल्पों को खोजने के लिए डीआरडीओ से ड्रोन और रोबोट भी लगाए हैं.