फ्रांस अपने सबसे बड़े मुस्लिम हाई स्कूल के साथ अनुबंध समाप्त करने जा रहा है. फ्रांस ने ये फैसला प्रशासनिक विफलताओं और संदिग्ध शिक्षा की नीतियों के आधार पर लिया है, जिसके तहत अब निजी एवरोज मुस्लिम हाई स्कूल को मिलने वाली वित्तीय मदद देना बंद कर दी जाएगी .कुछ समूहों का कहना है कि फ्रांस सरकार का ये फैसला मुसलमानों पर व्यापक कार्रवाई है.

एवरोज स्कूल फ्रांस में 2003 से उत्तरी शहर लिले में है. ये यहां का पहला मुस्लिम हाई स्कूल है, जिसमें करीब 800 से ज्यादा छात्र पढ़ते हैं. स्कूल के साथ राज्य का 2008 से अनुबंध है. यहां पढ़ने वाले सभी छात्र फ्रांसीसी पाठ्यक्रम का पालन करते हैं, इसके साथ ही धार्मिक क्लासेस भी लेते हैं. हालांकि आंतरिक मंत्रालय के स्थानीय कार्यालय का कहना है कि एवरोज स्कूल प्रशासनिक और वित्तीय कमियों से जूझ रहा था. स्कूल में पढ़ाई भी फ्रांसीसी रिपब्लिकन मूल्यों के मुताबिक नहीं हो रही थी. वहीं कार्यालय ने अनुबंध खत्म करने के बारे में ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया.

वहीं एवरोज स्कूल के प्रिंसिपल एरिक डुफोर का कहना है कि अनुंबध खत्म करने को लेकर फिलहाल कार्यालय से उनके पास कोई नोटिस नहीं आया है न ही कोई जानकारी मिली है. प्रिंसिपल ने कहा कि अगर ऐसा होता है तो स्कूल प्रशासन कोर्ट में मामले के खिलाफ कोर्ट का रुख कर इसे चुनौती देगा. उन्होंने कहा कि एवरोज स्कूल रिपब्लिकन मूल्यों के आधार पर दूसरे स्कूलों के मुकाबले ज्यादा बेहतर काम करता है.

हालांकि प्रिंसिपल एरिक ने ये भी कहा कि पिछले महीने नवंबर में हुई एक शिक्षा समिति की बैठक के दौरान उन्हें अहसास हो गया था कि फ्रांस एवरोज स्कूल के साथ अपना कॉन्ट्रेक्ट खत्म कर सकता है. उन्होंने कहा कि वित्तीय मदद के बिना स्कूल चलाना मुश्किल बेहद मुश्किल होगा. स्कूल को अपनी जरूरतों को पूरा करने में काफी परेशानी होगी. ऐसे में उन्हें बच्चों की फीस बढ़ानी होगी जिसका असर सीधा उनके परिवार पर पड़ेगा.

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