मिशन शक्ति अभियान से जुडे़ सभी विभाग

मिशन शक्ति अभियान से जुडे़ सभी विभाग, जनजागरूकता के कार्यक्रमों का करें आयोजन

लखनऊ:- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन में महिलाओं और बेटियों को सशक्त व स्वावलम्बी बनाने के लिए चल रहे ‘मिशन शक्ति’ अभियान के चैथे चरण के शुभारम्भ की तैयारियों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित मिशन शक्ति अभियान का समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। आगामी 14 अक्टूबर, 2023 को प्रदेश भर में एक साथ वाहन रैली निकालकर केन्द्र और राज्य सरकार की महिलाओं से जुड़ी योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक करते हुये मिशन शक्ति के नवीन चरण को प्रारम्भ किया जाए।

यह अभियान प्रत्येक ग्राम पंचायत व वॉर्ड में आयोजित किया जाए।मुख्यमंत्री ने कहा कि बीट अधिकारी सप्ताह में एक दिन पंचायत भवन में जाकर प्राथमिकता के आधार पर महिलाओं की समस्याओं का निस्तारण करें। लोगों को शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराएं। योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में आ रही समस्याओं का निराकरण करने के कार्य को आगे बढ़ाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान के दौरान प्रदेश भर के बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग के विद्यार्थियों को साथ में जोड़ते हुए उनके द्वारा जनजागरूकता की प्रभात फेरियां निकाली जाएं।

इसके साथ ही गृह विभाग मिशन शक्ति के जागरुकता अभियान के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का इस्तेमाल करे। मिशन शक्ति अभियान से जुडे़ सभी विभाग आगामी 14 और 15 अक्टूबर, 2023 को जनजागरूकता के कार्यक्रमों का आयोजन करें। वहीं 16 अक्टूबर, 2023 से विभागवार निर्धारित कार्यक्रमों को भव्य आयोजन किया जाए। प्रदेशवासियों के साथ प्रशासन और पुलिस के लोग सहयोगपूर्ण व्यवहार करें। नगर विकास विभाग सिटी बसों में पैनिक बटन की व्यवस्था को सुचारु रूप से चालू करें। बस ड्राइवर, ई-रिक्शा चालक, टू-व्हीलर चालक का पंजीकरण जरूर किया जाए। किरायेदारों के वैरिफिकेशन के कार्य को अनिवार्य किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी त्योहारों के दृष्टिगत पटाखों की दुकानें भीड़-भाड़ वाले इलाके में न हो,आतिशबाजी भीड़-भाड़ से दूर हो।इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
आगामी एक माह का समय संवेदनशील है। यह समय त्योहार की उमंग से परिपूर्ण होगा। बाजारों में भीड़ होगी। विभिन्न आयोजनों में बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे, वरिष्ठ नागरिक आदि की सहभागिता होगी। इसके दृष्टिगत विशेष सतर्कता बरतने के साथ-साथ सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाएं। पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ायी जाए। प्रदेश, कमिश्नरी और रेंज स्तर पर कण्ट्रोल रूम सक्रिय कर कानून व्यवस्था की स्थिति पर निरन्तर नजर रखी जाए। मीडिया का सहयोग लें, ताकि शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में परम्परागत रूप से माँ दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित की जाती रही हैं। जिसको लेकर दुर्गा पूजा आयोजन समितियों से संवाद के माध्यम से प्रतिमाओं की स्थापना सुरक्षित स्थान जैसे-सार्वजनिक पार्क आदि में करायी जाए, ताकि सड़क पर सामान्य यातायात प्रभावित न हो। इस कार्यवाही में लोगों की आस्था और जनभावना का पूरा सम्मान किया जाए। मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम के समय पुलिस बल की तैनाती के लिए स्थानीय जरूरतों के मुताबिक रणनीति तैयार की जाए। नदियों में विसर्जन न हो, इसको लेकर पुख्ता कार्ययोजना तैयार की जाए। इसके साथ ही, मूर्ति विसर्जन समितियों से संवाद कर अस्थायी तालाबों में मूर्तियों का विसर्जन कराया जाना उचित रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्गा पूजा आस्था के उत्साह का आयोजन है। परम्परागत रूप से नृत्य, गीत, संगीत इसका हिस्सा रहे हैं। यह सुनिश्चित करें कि डी0जे0, गीत-संगीत आदि की आवाज निर्धारित मानकों के अनुरूप ही हो। अभियान चलाकर धार्मिक स्थलों पर लगे लाउड स्पीकर की ध्वनि पूर्व की भांति मानक के अनुरुप निर्धारित कराई जाए। साथ ही सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन का शत-प्रतिशत पालन कराया जाए।

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