गाजा के अल शिफा अस्पताल में भारी तबाही मची हुई है. इजराइली रेड में आईसीयू में भर्ती सभी मरीजों की मौत हो गई है. अस्पताल के डायरेक्टर मुहम्मद अबू सल्मिया ने इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने कहा है कि इजराइली रेड में एक रात में 22 मरीजों की मौत हो गई है. सल्मिया ने कहा कि तीन दिन के भीतर अल शिफा अस्पताल में 55 लोगों की जान चली गई है. अस्पताल में 7000 से ज्यादा लोग अभी भी फंसे हुए हैं. इनमें मरीज, मेडिकल स्टाफ कर्मचारी और शेल्टर होम में रहने वाले लोग शामिल हैं.
बता दें कि इजराइली सेना गाजा के अल शिफा अस्पताल को लगातार निशाना बना रही है. आईडीएफ ने अल शिफा अस्पताल के नीचे सुरंग होने का दावा किया है. अल शिफा गाजा का सबसे बड़ा अस्पताल है. इजराइली सैनिकों ने यहां कई घंटों तक ऑपरेशन चलाए हैं. आईडीएफ का कहना है कि अल शिफा अस्पताल का हमास का हेडक्वार्टर है. वहां हमास का कमांड सेंटर है.
इजराइली सेना ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया है कि सर्च ऑपरेशन में बड़ी संख्या में हथियार और हमास का एक पिक-अप ट्रक मिला है. आईडीएफ ने दावा किया है कि अल शिफा अस्पताल के अंदर में हमास ने AK-47, आरपीजी, ग्रेनेड और दूसरे अन्य विस्फोटक जमा कर रखे थे. हालांकि, इजराइली सेना के इस दावे पर लगातार सवाल उठ रहे हैं.
सोशल मीडिया पर ये भी दावा किया जा रहा है कि आईडीएफ अल शिफा अस्पताल के जिस हिस्से को सुरंग की तरह दिखा रहा है दरअसल वो अल शिफा अस्पताल का बंकर है. बता दें कि इजराइल शुरू से ही यह कह रहा है कि अल शिफा अस्पताल की सुरंगों में बंधक कैद हो सकते हैं. हमास के लड़ाके छिपे हैं. मगर जब हमास के लड़ाके और बंधक इन सुरंगों में छिपे हैं तो आखिर वहां से गए कहां, ये बड़ा सवाल है.
बता दें कि इजराइल और हमास के बीच पिछले 42 दिनों से जंग जारी है. इतने दिनों के युद्ध के दौरान दोनों तरफ से मारे गए. हमास ने 7 अक्टूबर की सुबह इजराइल पर अचानक हमला कर दिया. 5000 से ज्यादा रॉकेट दागे थे.
इस हमले में इजराइल के तकरीबन 1400 लोगों की जान चली गई थी. इसके बाद इजराइल ने भी जवाबी कार्रवाई की और गाजा में हमास के ठिकानों पर ताबड़तोड़ हमले किए. इन हमलों में गाजा में अब तक 12 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है.