बंबई मेरी जान : एक ईमानदार पुलिसवाले की कहानी
बंबई पर राज करना या ऐसा कोई वाक्य किसी के मुंह से सुनना एक फैंटेंसी सा लगता है. इसे भुनाते हुए ना जाने कितने सारी फिल्में और वेब सीरीज बनीं. कुछ सच्चाई थीं, कुछ सच्चाई से मेल खाती थीं तो कुछ काल्पनिक थीं. लेकिन जितनी भी थीं सभी हाइलाइट बहुत हुईं. क्योंकि मुंबई एक बड़ा शहर है. और इसमें कोई दोराय नहीं है कि भारत का सबसे बड़ा शहर है. इस शहर में लोग अपनी किस्मत आजमाने आते हैं. इसी शहर में लोग रंक से राजा और राजा से रंक बन गए. इसी शहर में एक ईमानदार पुलिसवाले ने अपनी ईमानदारी की धौंस जमानी चाही. लेकिन उसका क्या हश्र हुआ उसी पर ये पूरी वेब सीरीज है.
इस वेब सीरीज में मुंबई में पलते गैंग्सटर्स की कहानी दिखाई गई है. कहानी पूरी तरह से फिक्शनल है लेकिन रियल लगती है. क्योंकि फिल्म के मुख्य पात्र दारा जैसे कितने किरदार असल जीवन में रहे हैं जिन्होंने मुंबई में अपनी हुकूमत चलाई है और उन्हें कोई रोक नहीं पाया. मुंबई पर बहुत लोगों ने राज किया है. कई सारे गैंग्स्टर्स सुपरहिट रहे हैं. इस किरदार की बात करें तो बहुत लोग इसे दाउद इब्राहिम की कहानी बता रहे हैं. लेकिन ऐसा नहीं है. ये पत्रकार और लेखक हुसैन जैदी द्वारा गढ़े गए किरदार दारा कादरी की कहानी है.
कहानी की बात करें तो इसमें इस्माइल कादरी का रोल के के मेनन ने प्ले किया है. वे एक ईमानदार इंस्पेक्टर रहते हैं और वे अपनी ईमानदारी के लिए काफी मशहूर होते हैं. लेकिन काला बाजारी के धंधे में ईमान की कीमत कहां. इस्माइल अपनी ईमानदारी हार जाते हैं. उन्हें हाजी मकबूल नाम के एक गैंग्सटर के आगे झुकना पड़ता है और अपने परिवार की सलामती के लिए उसका सामना भी करना पड़ता है. लेकिन इस्माइल की ईमानदारी एक चट्टान की तरह मजबूत होती है.