चीन ने भी अपना चैंग-ई 6 अब इस हिस्से पर उतार दिया है. इस मिशन को चांद की सतह से नमूने लाने के लिए डिजाइन किया है. चीन की आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, लैंडिंग मॉड्यूल रविवार सुबह साउथ पोल-एटकेन बेसिन नामक एक विशाल गड्ढे में लैंड हुआ है. इससे पहले चांगई 5 2020 में चांद के नजदीक हिस्से से नमूने लाने में कामयाब हुआ था. इस मिशन के माध्यम से चीन चांद से मिट्टी और चट्टान के सैंपल लेकर आएगा.
चीन का ये मिशन चैंग-ई मून एक्सप्लोरेशन प्रोग्राम का हिस्सा है. इसको चीन में चांद की देवी समझी जाने वाली चैंग के नाम पर रखा गया है. चीन का ये प्रोग्राम स्पेस में नंबर 1 बने हुए अमेरिका से बढ़ती प्रतिद्वंद्विता का हिस्सा है. इसके साथ-साथ चीन इस फील्ड के दूसरे खिलाड़ी भारत और जापान से भी कई कदम आगे निकलने की कोशिशों में लगा है. चीन ने पहले ही ऑर्बिट में अपना खुद का स्पेस स्टेशन स्थापित किया है और लगातार वहां दल को भेज रहा है. चीन 2030 से पहले चांद पर आदमी को भेजने की तैयारी कर रहा है. चीन ऐसा करने वाले अमेरिका के बाद दूसरा देश बन जाएगा.
खबरों के मुताबिक, अमेरिका 50 साल बाद फिर से चांद पर आदमी भेजने की योजना बना रहा है. NASA के मुताबिक 2026 तक वे चांद पर फिर से आदमी भेजेगा. हालांकि चीन का ये मिशन 4 साल बाद 2030 में पूरा हो सकता है. चीन का मून चांग’ई 6 उस सतह पर उतरा है, जहां के बारे में हमें बहुत कम जानकारी है. चांग’ई 6 चांद की सतह के कई राज खोलेगा साथ ही ये सतह के नमूने लेकर वापस लौटेगा. इन नमूनों के जरिए चांद के रहस्य को जानने में मदद मिलेगी.