जयपुर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव आज जयपुर दौरे पर रहे। सीएम यादव ने ओटीएस स्थित मुख्यमंत्री निवास पर राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा से शिष्टाचार मुलाकात की। इस दौरान दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच लोकसभा चुनाव सहित ईआरसीपी के मुद्दे पर चर्चा हुई है। चौंकाने वाली बात ये रही कि इस चर्चा के दौरान वर्षों पुराने जल बंटवारे वाले मुद्दे पर सहमति बन गई। दोनों ही मुख्यमंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की इस बात की जानकारी दी। इसके बाद दोनों मुख्यमंत्री अलग-अलग विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। माना जा रहा है कि अब दिल्ली में शाम तक ईआरसीपी पर MOU हो सकता है।
ईआरसीपी के मुद्दे पर चर्चा के बाद सीएम भजनलाल शर्मा और एमपी के सीएम मोहन यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान दोनों नेताओं ने कहा कि हमें खुशी है कि वर्षों पुराना उलझा हुआ मुद्दा आज सुलझने की कगार पर है। दोनों राज्यपानी के बंटवारे पर विवाद को सुलझाने को राजी हैं। आज शाम को हम दिल्ली जा रहे है और शाम तक दोनों राज्यों के बीच ईआरसीपी पर एमओयू हो सकता है।
अब धरातल पर उतरेगा वाजपेयी का सपना : सीएम भजनलाल
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के नदी जोड़ने के सपने को अब धरातल पर उतारा जाएगा। मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार थी, उसने इस पर राजनीति की। राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने ईआरसीपी पर राजनीति के अलावा कुछ नहीं किया। लेकिन, राजस्थान में अब बीजेपी सरकार बनने के बाद से लगातार ईआरसीपी को लेकर एमपी के सीएम से चर्चा चल रही थी। मैंने सीएम मोहन यादव से निवेदन किया कि ईआरसीपी राजस्थान और मध्यप्रदेश के लिए अहम योजना है। ईआरसीपी से 13 जिले को पीने का पानी मिलेगा और 13 लाख 80 हजार हैक्टेयर भूमि की सिंचाई भी होगी। अभी कुछ प्रमुख बातें हैं, जिनका आज शाम तक समाधान निकल जाएगा।
सुलझने के कगार पर वर्षों पुराना मुद्दा : सीएम मोहन यादव मध्यप्रदेश के सीएम मोहन यादव ने कहा कि मुझे खुशी है किbवर्षों से उलझा हुआ मुद्दा आज सुलझने की कगार पर है। अटल जी के समय नदी जोड़ो कार्यक्रम को कांग्रेस सरकार ने डंप कर दिया था, लेकिन अब इस योजना का लाभ एमपी के भिंड, मुरैना, ग्वालियर सहित कई जिलों को मिलेगा। यह
योजना पेयजल के अलावा सिंचाई और औद्योगिक पूर्ति भी करेगी। इसके लिए मध्यप्रदेश में 7 डैम बनेंगे। साथ ही इसप्रोजेक्ट से राजस्थान और मध्यप्रदेश में बड़े पैमाने पर पर्यटन की संभावना बनेगी।