नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आआपा) ने दिल्ली विधानसभा में बजट पेश नहीं होने का आरोप केंद्र सरकार पर मढ़ा है। दूसरी ओर भाजपा ने इसके लिए आआपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस संबंध में पत्र लिखा है। उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि दिल्ली के बजट को पेश होने से ना रोका जाए। उन्होंने कहा कि 75 वर्ष के इतिहास में पहली बार किसी प्रदेश के बजट को पेश होने से रोका गया है। उन्होंने पूछा कि दिल्लीवासियों से आखिर क्या नाराजगी है।

दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का कहना है कि मुख्यमंत्री को अपनी गलतियों का जिम्मा प्रधानमंत्री पर थोपने की आदत सी हो गई है। नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री करदाताओं के पैसे को बर्बाद करेंगे तो क्या उप राज्यपाल के पास उस पर आपत्ति जताने का कोई अधिकार नहीं है।

वहीं दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मुख्य सचिव का तीन दिनों तक केंद्र के भेद के पत्र को दबाए रखना राष्ट्र विरोधी गतिविधि है।

उल्लेखनीय है कि दिल्ली विधानसभा में बजट पेश करने से पहले इसे गृह मंत्रालय को अनुमति के लिए भेजा जाता है। राज्य के वित्त मंत्री कैलाश गहलोत का कहना है कि गृह मंत्रालय ने बजट को लेकर कुछ आपत्तियां जताई थीं। इस संबंध में 10 मार्च को भेजे गए बजट को 17 मार्च को लौटा दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्य सचिव ने उन्हें तीन दिन तक इसकी जानकारी नहीं दी और उन्हें सोमवार को इससे अवगत कराया गया।

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