अमेरिकी संघीय जांच ब्यूरो यानी FBI के पूर्व हाई-प्रोफाइल एजेंट कामरान फरीदी को फ्लोरिडा जेल से लगभग चार साल बिताने के बाद रिहा कर दिया गया है. एजेंट को इस शर्त पर रिहा कर दिया गया है कि वह इस साल अगस्त से पहले खुद को पाकिस्तान भेज देंगे. अदालत के आदेश के अनुसार, न्यूयॉर्क के दक्षिण जिले के जिला न्यायाधीश कैथी सीबेल ने फरीदी को 84 महीने की मूल सजा से 72 महीने की कम जेल की सजा पर रिहा करने का आदेश दिया है.
दरअसल, कामरान फरीदी एक समय ऊंची उड़ान भरने वाला जासूसी संचालक था, जो कभी कराची का एक स्ट्रीट गैंगस्टर हुआ करता था. लेकिन माना जा रहा है कि रिहाई के बावजूद फरीदी की परेशानियां कम नहीं होंगी. अमेरिकी सरकार ने न केवल उनकी नागरिकता रद्द कर दी है, बल्कि संयुक्त अरब अमीरात और तुर्किये में उनके दो निवास परमिट भी रद्द कर दिए हैं. फरीदी को 9 दिसंबर, 2022 को न्यूयॉर्क के वेस्टचेस्टर में तीन पूर्व एफबीआई सहयोगियों को धमकी देने के आरोप में जेल में डाल दिया गया था. 16 अगस्त, 2018 को लंदन में कराची के व्यवसायी जाबिर मोतीवाला की गिरफ्तारी में फरीदी की प्रोफ़ाइल और उनकी भूमिका को इस रिपोर्टर ने पहली बार उजागर किया था. वह इसलिए ताकि इस बात पर व्यापक प्रकाश डाला जा सके कि कैसे कराची का एक अपराधी, एक एफबीआई एजेंट बन गया.
बता दें कि यह फरीदी ही था जिसने 2009-2013 के बीच कई बैठकों के दौरान मोतीवाला को फंसाने के लिए कराची और न्यूयॉर्क में अमेरिकी कानून प्रवर्तन साजिश का नेतृत्व किया था. एफबीआई को फरीदी और मोतीवाला के लंदन के वकीलों के बीच वायर-टैप की गई फोन बातचीत सुनने के बाद उसके इरादों के बारे में पता चला था. लंदन में, उन्हें बाहर आने से पहले 3 मार्च, 2020 को गिरफ्तार कर लिया गया और उसी शाम एफबीआई एस्कॉर्ट के साथ जकड़ कर अमेरिका वापस भेज दिया.