
अमेठी: जिला प्रोबेशन कार्यालय अमेठी ( महिला कल्याण विभाग) के डी0 पी0 ओ0 अनिल मौर्या एवम् सेंटर मेनेजर (वन स्टॉप सेंटर) गायत्रीदेवी द्वारा अपने 4 माह के नवजात शिशु को नजर अंदाज करते हुए जबरन जिला प्रोबेशन कार्यालय से वन स्टॉप सेंटर स्थानांतरण कर एक लिखित लेटर देकर बाहर निकाल देने की धमकी देकर अक्सर मानसिक प्रताड़ना दिए जाने वाली महिला संविदा कर्मी उमा उपाध्याय है जिसका जिला अमेठी के वन स्टॉप सेंटर में विगत वर्ष 2022 में संविदा के आधार पर कम्प्यूटर आपरेटर के पद पर नियुक्ति हुई थी जहां पर अल्प समय में मेरी योग्यता, मेहनत और ईमानदारी को देखते हुए विभागीय उच्च अधिकारियों में स्वयं जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल मौर्य जी द्वारा एक लिखित रूप से प्रपत्र जारी किया गया जिसमें मुझे मुख्य मंत्री बाल सेवा सामान्य एवं कोविड का पटल देते हुए जिला प्रोबेशन कार्यालय में बाल संरक्षण अधिकारी अजय यादव जी के साथ बैठने का सुनहरा अवसर प्रदान किया गया किसको मै आज भी बाहरी किसी अधिकारी एवं कर्मचारी की बिना शिकायत के निभा रही हूं किन्तु उसके पश्चात भी जिला प्रोबेशन अधिकारी और वन स्टॉप सेंटर की सेंटर मेनेजर गायत्री देवी मेरा जबरन स्थानान्तरण कर आए दिन एक लेटर पर बाहर कर दिए जाने की मुझे धमकी देकर मुझे मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है जिसके कारण मेरा स्वास्थ्य अचानक से दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है जिसका जिला हॉस्पिटल से चिकित्सीय इलाज चल रहा है जिसके लिए आज इस संदर्भ में जिला अमेठी के सांसद किशोरी लाल शर्मा जी से मुलाकात करते हुए उन्हें एक ज्ञापन स्वरूप प्रपत्र दिया जिसमें मुझे विभिन्न प्रकार से मानसिक प्रताड़ना दिए जाने की बात को प्रमुखता से उठाया गया जिसमें उमा उपाध्याय द्वारा मातृत्व अवकाश की सूचना बाल संरक्षण अधिकारी अजय यादव को दिया गया किन्तु जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल मौर्य द्वारा अस्वीकार कर दिया गया मेरे द्वारा माह जून 2023 में लखनऊ से गौरीगंज निरन्तर आवागमन कर कार्यालय में कार्य किए जाने के उपरांत माह जून का मानदेय वेतन नहीं दिया गया इस प्रकरण को डिप्टी सी0 पी0 ओ0 द्वारा जांच पड़ताल की गई जिसमें माह जून 2023 की उपस्थिति देखकर जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश जारी किया गया की रुका हुआ माह जून 2023 का मानदेय वेतन तत्काल अपने प्रभाव से दिया जाए किंतु इस बात पर जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल मौर्य द्वारा उपस्थिति पंजिका पर मुझे वन स्टॉप सेंटर बैठने की बात कहते हुए मेरे हस्ताक्षर काट दिया गया और मेरे छोटे शिशु को कार्यालय लाने से पूर्णतया प्रतिबंध लगा दिया गया है और जबरन मेरा नाम वन स्टॉप सेंटर के उपस्थिति पंजिका में अंकित कर मुझे अनुपस्थित किया जाने लगा अब आलम यह है कि प्रोबेशन कार्यालय में प्रवेश करने से लेकर हस्ताक्षर किए जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है हमारे ही विभाग एक महिला कर्मी सूरत देवी जिसकी नियुक्ति भी वन स्टॉप सेंटर में हुई थी जिसकी किसी ने अभी तक सूरत भी नहीं देखी किंतु उस पर जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल मौर्य जी का सरंक्षण प्राप्त होने के कारण उसका निरंतर 15 माह का मानदेय वेतन दिया गया है। विगत कुछ दिनों पूर्व जिला अधिकारी अमेठी द्वारा वन स्टॉप सेंटर पर निरीक्षण किया गया जिसके चलते मेरा जबरन सेंटर मेनेजर गायत्री देवी और जिला प्रोबेशन अधिकारी की मिली भगत से वहां के रजिस्टर पर में मेरा अंकित कर मुझे निरंतर अनुपस्थित दिखाया जा रहा था जबकि मैं अनवरत जिला प्रोबेशन कार्यालय में उपस्थित रही। जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल मौर्य द्वारा मुझसे स्पष्ट रूप से कहा गया है कि यदि मैं बाल संरक्षण अधिकारी अजय यादव जी के खिलाफ झूठे आरोप लिखत तौर पर लगा दूं तो मेरा स्थानांतरण निरस्त किया जा सकता है जिसके लिए उमा उपाध्याय द्वारा स्पष्ट तौर पर मना कर दिया और अपनी फरियाद लेकर आज जिला अमेठी के सांसद किशोरी लाल शर्मा जी से मुलाकात हुई जिसमे उन्होंने मेरी समस्याओ का तत्काल संज्ञान में लेते हुए विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के प्रति त्वरित कार्रवाई कर उसके निराकरण किए जाने के लिए आश्वासन दिया।