गाजियाबाद। कमिश्नरेट पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शनिवार को मेरठ रोड स्थित काइट इंजीनियरिंग कॉलेज के पास से पांच तस्करों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से 3.30 करोड़ रुपये मूल्य का मादक पदार्थ बरामद किया गया है। गिरफ्तार तस्करों में चार महिलाएं भी हैं। यह लोग यहां पर चरस और अफीम की डिलीवरी देने के लिए आए थे, लेकिन पुलिस ने इनको धर दबोचा। ये लोग नेपाल से मादक पदार्थ लेकर बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में तस्करी करते थे।

पुलिस उपायुक्त ग्रामीण रवि कुमार के मुताबिक अभियुक्तगणों ने बताया कि हम सुगौली मोतीहारी, बिहार के रहने वाले हैं, जो नेपाल बार्डर के पास है। यह माल हम नेपाल के रहने वाले सुनित नाम के व्यक्ति से लेकर आते हैं। कभी-कभी सुनित भी माल नेपाल से लाकर हमें देता है। माल की डिलीवरी हम लोग पार्टियों को उनके बताये स्थान पर ले जाकर देते हैं। जिससे हमें ज्यादा मुनाफा होता है। माल की डिलीवरी देने पर हर बार हमें 12-12 हजार रुपये प्रति किलो अलग से सुनित से मिलते हैं। गाजियाबाद, सहारनपुर, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा में माल को बिकवाने वाली पार्टियां भी सुनित की तलाश करती हैं। हमें डिलीवरी की जगह फोन से बता दिया जाता है।

हम लोग यह तस्करी बसों और ट्रेनों के जरिए करते हैं। ट्रेन में हम जनरल बोगी में बैठते हैं, जिसमें ज्यादा भीड़ होती है और किसी को कोई शक नहीं होता। फिर जहां हमको उतरना होता है, वहां उतरकर पहले 01 व्यक्ति बाहर जाने का रास्ता देख लेता है। उसके बाद हम उसी रास्ते भीड़ में बाहर निकल जाते हैं। जिसको माल देना होता है उसको फोन से बुलाते हैं और एक-दो जगह बदलने के बाद माल की डिलीवरी दे देते हैं। कभी-कभी पैसा हम कैश लेते हैं और कभी-कभी एकाउंट में मंगवाते हैं। मादक पदार्थों की तस्करी के बाद जो पैसा हमे माल पहुंचाने का मिलता है उसी से हम अपने शौक पूरे करते हैं। तस्करी का यह काम हम सुनित के कहने पर करीब एक वर्ष से कर रहे हैं। गिफ्तार तस्करों में चार महिलाएं तथा सलीम खान निवासी बथना थाना केसरिया जनपद मोतीहारी बिहार है। इनके कब्जे से चरस -13 किलो (2.5 करोड रुपये) और अफीम एक किलो (एक करोड रुपये) बरामद किए गए हैं।

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