बांग्लादेश में हिन्दुओं व अल्पसंख्यकों पर इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा किए जा रहे अमानवीय अत्याचार पर हिन्दू संगठनों ने निकाला शान्ति मार्च

बांग्लादेश में हिन्दुओं व अल्पसंख्यकों पर इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा किए जा रहे अमानवीय अत्याचार पर हिन्दू संगठनों ने निकाला शान्ति मार्च
बाराबंकी (सोमनाथ मिश्र संवाददाता): हिन्दू रक्षा समिति के आह्वान पर आज राजकीय इण्टर कालेज बाराबंकी मे जन आक्रोश पद यात्रा का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत शंख की ध्वनि और भारत माता की जय के नारे के साथ हुई। प्रवक्ता राजकुमार तिवारी ने सम्बोधन मे कहा केवल शंख चक्र साथ रखने से अब काम नहीं चलने वाला सबल व एक होना पड़ेगा। हर हिन्दू की यही पुकार नही सहेंगे अत्याचार, भारत हो या बांग्लादेश हम सब हिन्दू एक है। इस अवसर पर विभिन्न धर्माचार्यों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए।सभी ने एकजुटता दिखा एक रहने का संदेश दिया और बताया कि बांग्लादेश में हिन्दुओं तथा अन्य सभी अल्पसंख्यकों पर इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा हमले, हत्या, लूट, आगजनी तथा महिलाओं पर हो रहे अमानवीय अत्याचार सम्पूर्ण हिन्दू समाज के लिए अत्यंत पीड़ादायक एवं चिंताजनक है। वर्तमान बांग्लादेश सरकार तथा अन्य एजेन्सियां केवल मूकदर्शक बनी हुई हैं जिसके परिणाम स्वरूप हिन्दुओं को लक्ष्य मानकर शारीरिक, आर्थिक, सामाजिक व धार्मिक शोषण तथा अत्याचार की घटनाओं में बाढ़ सी आ गयी है। शान्तिपूर्ण प्रदर्शनों में हिन्दुओं का नेतृत्व कर रहे इस्कॉन के सन्यासी चिन्मय कृष्ण दास को वहाँ की वर्तमान सरकार द्वारा कारावास भेजना घोर अन्यायपूर्ण है।

समस्त हिन्दू समाजकी अपील है कि बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार तत्काल बन्द हो तथा चिन्मय कृष्ण दास को तत्काल कारावास से मुक्त किया जाये। हम सब बांग्लादेश के पीडितों के साथ खड़े हैं।पीडित हिन्दुओं तथा अन्य अल्पसंख्यकों के परिवारों, उनके व्यवसायिक, धार्मिक स्थलों की सुरक्षा एवं उनको संरक्षण प्राप्त हो सके। शान्ति मार्च राजकीय इण्टर कालेज से शुरू होकर पटेल तिराहा पर समाप्त हुआ।

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