भारत का Domino’s Pizza तुर्की, अजरबेजान और जॉर्जिया जैसे देश में परोसा जाएगा

भारत अब तुर्की, अजरबेजान और जॉर्जिया जैसे देशों में अपना झंडा नए सिरे से लहराने जा रहा है. भारतीय कंपनियां तेजी से अपना विस्तार कर रही हैं और देश-विदेश में अपना कारोबार फैला रही हैं. यही वजह है कि जल्द ही तुर्की, अजरबेजान और जॉर्जिया जैसे देश में लोगों की थाली में परोसा जाने वाला पिज्जा पूरी तरह से ‘भारतीय’ होगा. जी हां, भारत में ‘डोमिनोज पिज्जा’ और ‘डंकिन डोनट्स’ जैसे ब्रांडेड रेस्टोरेंट चेन चलाने वाली कंपनी जुबिलेंट फूडवर्क्स डीपी यूरेशिया में अतिरिक्त 51.16% हिस्सेदारी खरीदने का प्लान बनाया है. इस कंपनी के पास इन तीनों देश में डोमिनोज पिज्जा ब्रांड की एक्सक्लूसिव मास्टर फ्रेंचाइजी है.

शेयर बाजार को दी जानकारी में कंपनी ने बताया कि उसकी 100% सब्सिडियरी कंपनी जुबिलेंट फूडवर्क्स नीदरलैंड के पास डीपी यूरेशिया में पहले से 48.84% हिस्सेदारी है. ये तुर्की की सबसे बड़ी पिज्जा डिलीवरी कंपनी है. बची हुई हिस्सेदारी खरीदने के बाद डीपी यूरेशिया पूरी तरह से जुबिलेंट फूडवर्क्स की सब्सिडियरी हो जाएगी. जुबिलेंट फूडवर्क्स तुर्की, अजरबेजान और जॉर्जिया में कारोबार करने वाली डीपी यूरेशिया में हिस्सेदारी की खरीद अपनी नीदरलैंड वाली सब्सिडियरी के माध्यम से ही करेगी. कंपनी ये सौदा 670 करोड़ रुपए में कर सकती है. इस डील को पूरा करने के लिए जुबिलेंट फूडवर्क्स लॉन्ग-टर्म लोन का सहारा लेगी.

डीपी यूरेशियर और उसकी अन्य सब्सिडियरी कंपनियां कुल 694 स्टोर ऑपरेट करती हैं. इसमें डोमिनोज पिज्जा के रेस्टोरेंट और टेकअवे स्टोर शामिल हैं. इसमें कंपनी का 88 प्रतिशत बिजनेस फ्रेंचाइजी मॉडल से आता है. इससे कंपनी का खुद का बोझ कम है और कारोबार को आगे बढ़ाने में आसानी होती है.

जुबिलेंट फूडवर्क्स भारत में भी डोमिनोज पिज्जा और डंकिन डोनट्स जैसी चेन चलाने वाली इकलौती कंपनी है. श्रीलंका और बांग्लादेश का कारोबार भी इसी कंपनी के पास है. भारत में इसके पास डोमिनोज पिज्जा के 1888 स्टोर हैं, जो देश के 397 शहर में फैले हैं.इसके अलावा उसके पोर्टफोलियो में ‘हॉन्ग्स किचन’ और ‘पोपए’ रेस्टोरेंट स्टोर भी हैं.

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