पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम से पहले मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के जीडीपी के आंकड़ों से केंद्र सरकार की बांछे खिला दी है. अब ये खुशी और दो से चार गुना बढ़ सकती है. देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने अपनी इकोरैप रिपोर्ट में मौजूदा वित्त वर्ष की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को बढ़ा दिया है. जी हां, लोकसभा चुनाव से पहले भारत की जीडीपी 7 फीसदी तक बढ़ सकती है. इससे पहले एसबीआई ने इस अनुमान को 6.7 फीसदी पर रखा था. लेकिन दूसरी तिमाही के आंकड़ें उम्मीद से ज्यादा बेहतर होने की वजह से एसबीआई ने इस अनुमान को 0.3 फीसदी तक बढ़ा दिया है.
एसबीआई रिसर्च की इकोरैप रिपोर्ट के अनुसार एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया है कि दूसरी तिमाही के आंकड़ों ने साफ संकेत दे दिए हैं कि आने वाले महीनों में शानदार रह सकती है. इंवेस्टमेंट, इंफ्रस्ट्रक्चर कंजंप्शन और मार्केट भी में आने वाले दिनों में तेजी देखने को मिल सकती है. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि मौसम के मिजाज में बदलाव, कहीं ज्यादा तो कहीं कम बारिश होने की वजह से आने वाली परेशानी के बाद भी पिछले कुछ समय से चालू वित्त वर्ष के दौरान आरबीआई के 6.5 फीसदी के अनुमान से अधिक वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। अब जो फ्रेश आंकड़ें देखने को मिल रहे हैं उसने हमें भी अपने अनुमान में फिर से बदलाव करने की प्रेरणा दी है. जिसकी वजह से वित्त वर्ष 2024 की जीडीपी का अनुमान 6.7 फीसदी से बढ़ाकर 7 फीसदी किया गया है.
भारत की दूसरी तिमाही की जीडीपी की रफ्तार 7.6 फीसदी देखने को मिली है. जीडीपी में इजाफा मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 13.9 फीसदी और कंस्ट्रक्शन सेक्टर में 13.3 फीसदी की तेजी से देखने को मिला है. कोविड-19 महामारी के बाद से एग्रीकल्चर सेक्टर का प्रदर्शन लगातार अच्छा रहा है. दूसरी तिमाही में इसमें 1.2 फीसदी की मामूली वृद्धि देखी गई, जो कि 18-तिमाही का लोअर लेवल है. जबकि इंडस्ट्री सेक्टर में 13.2 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है, जो 9-तिमाही का उच्चतम स्तर है। इससे पहले पहली तिमाही में इस सेक्टर में 5.5 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिली थी. वैसे व्यापार, होटल, ट्रांसपोर्ट, कंयूनिकेशन आदि में 10-तिमाहियों में 4.3 फीसदी की कम वृद्धि देखी गई, जिसकी वजह से सर्विस सेक्टर में 5.8 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिली है.
इकोरैप रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही में 7.7 फीसदी की रियल जीडीपी ग्रोथ के साथ, यह अनुमान लगाया गया है कि वित्तीय वर्ष के लिए कुल वृद्धि 7 फीसदी के आसपास रहेगी. दूसरी छमाही में यह ग्रोथ 6.0-6.2 फीसदी रहने का अनुमान है. संकेत इस बात के भी हैं कि वित्त वर्ष 2024 की ग्रोथ 7 फीसदी के आंकड़ें को भी पार सकती है. इसका मतलब साफ है कि लोकसभा चुनाव से पहले देश की जीडीपी को पंख लग सकते हैं. सरकार के लिए ये खबर काफी राहत भरी भी हो सकती है.