इजराइल और हमास के बीच जंग के बीच परमाणु बम की धमकी देने वाले इजराइल के मंत्री को हटाया दिया गया है. मिनिस्टर अमिहाई एलियाहू के बयान ने इजराइल और अमेरिका में खलबली मचा दी थी. इजराइल के लिये यह बयान बड़ी मुसीबत बन गया है.अरब देशों का उस बयान के बाद दबाव और बढ़ेगा. इससे बीच का रास्ता निकालने की अमेरिकी कोशिशों को धक्का लगा है.
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को विरासत मंत्री अमीचाई एलियाहू के बयान की निंदा की थी, जिसमें दावा किया गया था कि गाजा पट्टी पर परमाणु बम गिराना “संभावनाओं में से एक” था, यहां तक कि फिलिस्तीन स्थित हमास आतंकवादियों के खिलाफ युद्ध भी तेज हो गया है.
सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर इजरायल के प्रधानमंत्री के आधिकारिक हैंडल पर लिखा, “मंत्री अमिहाई एलियाहू के बयान वास्तविकता पर आधारित नहीं हैं. इजराइल और आईडीएफ निर्दोषों को नुकसान पहुंचाने से बचने के लिए अंतरराष्ट्रीय कानून के उच्चतम मानकों के अनुसार काम कर रहे हैं.. हम अपनी जीत तक ऐसा करना जारी रखेंगे.”
बता दें कि एलियाहू ने कहा था, ” परमाणु बम गिराना संभावनाओं में से एक है.” मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इतामार बेन ग्विर की धुर दक्षिणपंथी पार्टी के एलियाहू सुरक्षा कैबिनेट का हिस्सा नहीं हैं, जो युद्धकालीन निर्णय लेने में शामिल है, न ही उनका हमास आतंकवादी समूह के खिलाफ युद्ध का निर्देश देने वाली युद्ध कैबिनेट पर प्रभाव है। . एलियाहू ने गाजा में किसी भी मानवीय सहायता की अनुमति देने पर आपत्ति जताई थी. मंत्री के हवाले से कहा गया, “हम नाजियों को मानवीय सहायता नहीं सौंपेंगे. गाजा में शामिल न होने वाले नागरिकों जैसी कोई चीज नहीं है.”