
महात्मा ज्योतिबा फुले: सामाजिक न्याय के अग्रदूत – असीम अरुण
संवाददाता गंगेश पाठक
लखनऊ, 11 अप्रैल 2025 (शुक्रवार): समाज कल्याण मंत्रालय द्वारा भागीदारी भवन स्थित सभागार में महात्मा ज्योतिबा फुले जी की 198वीं जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण, अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र कनौजिया, अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय गोंड, समाज कल्याण विभाग के निदेशक कुमार प्रशान्त सहित विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ महात्मा फुले की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए किया गया। इस दौरान असीम अरुण ने कहा कि लगभग 200 वर्ष पूर्व सामाजिक समानता, आर्थिक न्याय और नारी शिक्षा के क्षेत्र में जो क्रांतिकारी कार्य महात्मा ज्योतिबा फुले जी ने किए, वे आज भी प्रेरणास्त्रोत हैं। उन्होंने कहा कि उनके विचार डॉ. भीमराव आंबेडकर के माध्यम से भारतीय संविधान में भी प्रतिबिंबित होते हैं।
राज्य मंत्री ने महात्मा फुले की धर्मपत्नी माता सावित्रीबाई फुले का भी स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने नारी शिक्षा के क्षेत्र में जो ऐतिहासिक योगदान दिया, वह समाज के लिए नई दिशा देने वाला था। असीम अरुण ने सभी अधिकारियों-कर्मचारियों से महात्मा फुले के विचारों को आत्मसात कर सामाजिक न्याय के मार्ग को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने महात्मा फुले के जीवन, कार्यों और उनके योगदान पर प्रकाश डालते हुए उन्हें युगदृष्टा, समाज सुधारक और प्रेरणा के प्रतीक के रूप में स्मरण किया।