सब्जी की दुकान हो या महंगे रेस्तरां में खाने का पेमेंट करना, यूपीआई पेमेंट ने हम सबकी जिंदगी काफी बदल दी है. लेकिन चोर-ठगों ने इससे भी ‘स्कैम’ करने के तरीके ढूंढ डाले. कभी किसी को यूपीआई आईडी का लिंक भेजकर या किसी को क्यूआर कोड भेजकर आए दिन ‘ठगी’ हो रही है. अब सरकार ने भी इन सभी ‘स्कैम’ पर रोक लगाने का मन बना लिया है, यानी आपके खाते से अब पैसे गायब नहीं होंगे.
दरअसल भारत सरकार के वित्त मंत्रालय, भारतीय रिजर्व बैंक, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने यूपीआई सर्विस देने वाली सरकारी कंपनी ‘नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया’ (एनपीसीआई) के साथ इस बारे में लंबी-चौड़ी चर्चा की है.
स्कैमर्स आपके साथ ठगी करने के लिए कई तरीके अपनाते हैं. इनमें सबसे पॉपुलर तरीका लोगों को लॉटरी लगने या ढेर सारा पैसा मिलने के एसएमएस भेजना, उसमें पेमेंट का एक लिंक होना और फिर अकाउंट को हैक कर लेना. इसके बाद अकाउंट से पैसे गायब. हाल फिलहाल में क्यूआर कोड से ठगी करने की घटनाएं भी देखी गई हैं.
लोग आपको क्यूआर कोड भेजकर उसे स्कैन करने का लालच देते हैं. जैसे ही आपने उस स्कैन किया, आपके अकाउंट की डिटेल्स उनके पास पहुंच जाती हैं और फिर आपके अकाउंट से पैसा गायब. हालांकि अब इन सब पर जल्दी रोक लग सकती है, क्योंकि सरकार ने इस पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है.
डिजिटल पेमेंट को एक्स्ट्रा सेफ बनाने और ‘स्कैमर्स’ के पसीने छुटाने के लिए सभी सरकारी एजेंसी मिलकर काम कर रही हैं. अब सरकार की कोशिश है कि जब भी कोई बड़े पेमेंट का लेनदेन डिजिटल तरीके से करे, तो उसके पास एक एक्स्ट्रा सेफ्टी लेयर हो.
अभी यूपीआई से पेमेंट करते वक्त आपको स्कैन के बाद सिर्फ अपना ‘पिन कोड’ डालना होता है, लेकिन जल्द ही ऐसा फिल्टर आ सकता है कि एक निश्चित राशि से अधिक पेमेंट करने के लिए आपको OTP भी डालना होगा. हाल में कुछ बैंको ने अपने एटीएम में भी इस तरह की सुविधा शुरू की है, जहां एटीएम से पैसा निकालने के लिए भी आपको पिनकोड के साथ-साथ ओटीपी नंबर भी डालना पड़ता है.
इतना ही नहीं सरकार इस पर भी विचार कर रही है कि डिजिटल पेमेंट ऐप्स में ऐसे फीचर्स जोड़े जाएं जो सिम क्लोनिंग और फर्जी क्यूआर कोड की पहचान कर सकें. इसके अलावा NPCI ने बॉलीवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी की ‘भोला’ सीरीज चलाकर लोगों को जागरुक करने का अभियान भी चलाया है.