मुइज्जू के नेतृत्व वाली पीपुल्स नेशनल कांग्रेस ने प्रचंड बहुमत हासिल कर लिया

मालदीव में रविवार को हुए संसदीय चुनाव में राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के नेतृत्व वाली पीपुल्स नेशनल कांग्रेस ने 60 से अधिक सीट पर जीत दर्ज करके प्रचंड बहुमत हासिल कर लिया है. मीडिया में आई खबरों में यह जानकारी दी गई. इस चुनाव को देश के राष्ट्रपति मुइज्जू के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिनकी नीतियों पर मालदीव में प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहे भारत और चीन की नजर रहती है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 20वीं पीपुल्स मजलिस (संसद) के लिए मतदान स्थानीय समयानुसार सुबह 8:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक हुआ. इसके अनुसार मतदान खत्म होते ही अधिकारियों ने देश भर में मतपेटियों को सील कर दिया और मतगणना शुरू हुई.

चुनाव आयोग की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार, शाम 5:00 बजे तक 2 लाख 7 हजार 693 लोगों ने मतदान किया. इसके मुताबिक 72.96 प्रतिशत मतदान हुआ. इसमें 1 लाख 4 हजार 826 पुरुष और 1 लाख 2 हजार 867 महिलाएं शामिल हैं. कुल 2 लाख 84 हजार 663 लोग मतदान के लिए पात्र थे. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, संसदीय चुनाव के लिए मालदीव और तीन अन्य देशों में कुल 602 मतपेटियां रखी गई थीं. कम से कम 34 रिसॉर्ट्स, जेल और अन्य औद्योगिक द्वीपों में भी मतदान केंद्र बनाए गए थे. रिपोर्ट के अनुसार, मालदीव के बाहर जिन देशों में मतदान के लिए मतपेटियां रखी गई थीं, उनमें भारत में तिरुवनंतपुरम, श्रीलंका में कोलंबो और मलेशिया में कुआलालंपुर शामिल हैं.

देश के संसदीय चुनाव के लिए छह पार्टियों से 368 उम्मीदवार चुनाव मैदान हैं. इन छह दलों में मुइज्जू की पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीएनसी), मुख्य विपक्षी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) और 130 निर्दलीय शामिल हैं. पीएनसी ने 90 उम्मीदवार, एमडीपी ने 89, डेमोक्रेट्स ने 39, जम्हूरी पार्टी (जेपी) ने 10, मालदीव्स डेवलपमेंट अलायंस (एमडीए) और अधालथ पार्टी (एपी) ने चार-चार तथा मालदीव्स नेशनल पार्टी (एमएनपी) ने दो उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. शुरुआती नतीजों के हवाले से बताया गया कि मुइज्जू के नेतृत्व वाली पीएनसी ने 93 सदस्यीय पीपुल्स मजलिस में 60 से अधिक सीट हासिल कीं, जो लगभग दो-तिहाई बहुमत है. रुझानों के मुताबिक, मुइज्जू के नेतृत्व वाली पीएनसी को 67 सीट मिलीं, उसके बाद एमडीपी को 12 सीट मिलीं और निर्दलीय उम्मीदवारों ने 10 सीट जीतीं. बाकी सीट अन्य दलों के खाते में गईं.

चीन समर्थक नेता के रूप में देखे जाने वाले मुइज्जू के लिए यह चुनाव महत्वपूर्ण है, क्योंकि चुनाव से कुछ ही दिन पहले, विपक्षी दलों ने 2018 से उनके भ्रष्टाचार की रिपोर्ट लीक होने के बाद राष्ट्रपति के खिलाफ जांच और महाभियोग चलाये जाने की मांग की. हालांकि मुइज्जू ने इस आरोप को खारिज कर दिया. इसके अलावा, जब से मुइज्जू ने पद संभाला है, सांसदों ने उनके तीन नामितों को कैबिनेट में शामिल करने पर रोक लगा दी है. मुइज्जू ने सुबह 8:40 बजे थाजुद्दीन स्कूल स्थित मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला.

मतदान के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने प्रत्येक नागरिक से यथाशीघ्र मतदान के अपने अधिकार का प्रयोग करने का आग्रह किया. चुनाव आयोग ने कहा कि मतदान के दौरान कोई बड़ा मुद्दा या शिकायत सामने नहीं आई. मालदीव हिंद महासागर में सामरिक रूप से महत्वपूर्ण जगह पर स्थित है. मुइज्जू ने चीन समर्थक रुख अपनाया और देश के एक द्वीप पर तैनात भारतीय सैनिकों को हटाने का काम किया.

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