बाराबंकी,(संवाददाता सोमनाथ मिश्र) : प्रेमप्रसंग मे बाधक बने प्रेमिका के पिता को रास्ते से हटाने के लिए प्रेमी प्रिन्स वर्मा ने वीभत्स हत्याकांड को अंजाम दिया। मृतक का शव बरामद होने के बाद पुलिस ने साजिश का पर्दाफाश कर प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया तथा एक नाबालिग सहयोगी को संरक्षण मे लिया। दिनांक 28 फरवरी को पुलिस लाइन सभागार बाराबंकी मे प्रेस वार्ता कर खुलासा करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक डा0 अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि वादी देव प्रसाद पुत्र शोहनलाल वर्मा निवासी मुर्तजीपुर थाना जैदपुर जनपद बाराबंकी द्वारा तहरीर दिया गया कि दिनांक 23 फरवरी 2025 को सायं उसका पुत्र कृष्णानन्द उर्फ रामू वर्मा पुत्र देव प्रसाद वर्मा उम्र लगभग 35 वर्ष घर से बिना बताये चला गया था, जिसका शव दिनांक 24 फरवरी 2025 को सायं लगभग 05.00 बजे, गांव के बाहर खेत में मिला है। मृतक कृष्णानन्द के गले व सिर पर चोट के निशान हैं। दिनांक 22 फरवरी 2025 को कृष्णानन्द व उसकी पत्नी के मध्य पारिवारिक विवाद हुआ था, जिस पर कृष्णानन्द के साले का बेटा राहुल अपने दो अन्य साथियों के साथ घर पर आकर उल्टी सीधी बाते कह कर कृष्णानन्द की पत्नी व उसकी छोटी बेटी को साथ लेकर चला गया था, उसे शंका है कि उसके बेटे कृष्णानन्द की हत्या राहुल व उसके साथियों द्वारा कर दी गई है। उक्त सूचना के आधार पर थाना जैदपुर पर मुकदमा पंजीकृत किया गया। पुलिस टीम द्वारा मैनुअल इंटेलीजेन्स, डिजिटल डेटा व सीसीटीवी की मदद से घटना का सफल अनावरण करते हुए आज दिनांक 28 फरवरी 2025 को प्रकाश में आये अभियुक्त प्रिंस वर्मा पुत्र रामलखन वर्मा निवासी ग्राम मुर्तजीपुर कोतवाली जैदपुर जनपद बाराबंकी (उम्र लगभग 19 वर्ष) को अटवा चौराहे से गिरफ्तार किया गया एवं 01 नफर बाल अपचारी को संरक्षण में लिया गया एवं कब्जे/निशांदेही से 01 अदद मोबाइल फोन, आलाकत्ल चाकू व लोहे का पाइप बरामद किया गया। अभियोग उपरोक्त में धारा 238B बीएनएस की बढ़ोत्तरी की गई।पूछताछ एवं जांच से प्रकाश में आया कि गिरफ्तार अभियुक्त प्रिंस वर्मा, मृतक कृष्णानन्द उर्फ रामू वर्मा का पड़ोसी है। अभियुक्त मृतक की पुत्री से बातचीत करता था तथा वह उससे शादी भी करना चाहता था। लगभग 06 माह पूर्व मृतक की पुत्री, अभियुक्त से मिलने के लिए गई थी, जिसकी जानकारी मृतक को हो जाने पर मृतक कृष्णानन्द उर्फ रामू वर्मा द्वारा अभियुक्त प्रिंस वर्मा के घर जाकर उसे व उसके परिजनों को गाली गलौज किया गया था तथा उसके बाद से अभियुक्त प्रिंस व मृतक की पुत्री का मिलना जुलना कम हो गया, जिस कारण अभियुक्त प्रिंस, मृतक कृष्णानन्द उर्फ रामू वर्मा से रंजिश रखने लगा था तथा उसे रास्ते से हटाने की फिराक में था। मृतक कृष्णानन्द उर्फ रामू वर्मा नशे का आदी था तथा अक्सर नशा करने के बाद अपनी पुत्रियों व पत्नी के साथ मार पीट करता था। दिनांक 22 फरवरी 2025 को मृतक कृष्णानन्द उर्फ रामू वर्मा का अपनी पत्नी से पारिवारिक विवाद हुआ था, जिस कारण मृतक के साले का पुत्र राहुल अपने दो साथियों के साथ आकर मृतक को उल्टा सीधा बोलकर उसकी पत्नी व छोटी बेटी को अपने साथ लेकर चला गया था। इस पूरे दृष्टान्त की जानकारी अभियुक्त प्रिंस वर्मा को थी। इसी मौके का फायदा उठाने के लिए कृष्णानन्द उर्फ रामू वर्मा की हत्या करने की योजना बनाई। योजनानुसार अभियुक्त प्रिंस वर्मा द्वारा कस्बा जैदपुर से एक चाकू व लोहे का पाइप का टुकड़ा खरीदा गया तथा कृष्णानन्द उर्फ रामू वर्मा की तलाश की गई, किन्तु कृष्णानन्द उर्फ रामू वर्मा के घर पर न मिलने पर उसे कॉल की गई, मोबाइल नेटवर्क क्षेत्र में न होने पर बात भी न हो सकी। कृष्णानन्द उर्फ रामू वर्मा को अभियुक्त प्रिंस वर्मा के कॉल किये जाने का मैसेज मिलने पर दिनांक 23 फरवरी 2025 को कॉल बैक की गई तो उसे काका ढ़ाबा कोटवा सड़क पर शाम को खाना खाने चलने के लिए तैयार कर लिया गया। अभियुक्त प्रिंस वर्मा घर से ही कृष्णानन्द उर्फ रामू वर्मा के साथ न जाकर उसे ग्राम डेहवा के बाहर मिलने के लिए कहा, क्योंकि वह उसके साथ जाकर गांव वालों की नजरों में आना नहीं चाहता था। अभियुक्त प्रिंस वर्मा ने अपने मित्र (बाल अपचारी) को भी अपने साथ लेकर ग्राम डेहवा से कृष्णानन्द उर्फ रामू वर्मा की मोटरसाइकिल पर तीनों लोग बैठकर कोटवा सड़क पहुंचे तथा अंग्रेजी शराब की दुकान से शराब खरीदी तथा तीनों ने पिया, उसके बाद काका ढ़ाबा कोटवा सड़क में खाना खाकर घर वापस जाते समय गांव के बाहर बची हुई शराब पीने के लिए रुके। अभियुक्त प्रिंस वर्मा ने मौका देखकर कृष्णानन्द उर्फ रामू वर्मा के सिर पर लोहे के पाइप से तथा गर्दन पर चाकू से हमला कर उसकी हत्या कर दिया तथा उसकी मोटरसाइकिल को गांव के बाहर अम्बेडकर प्रतिमा के पास खड़ी कर दिया गया तथा मृतक के मोबाइल फोन को उसकी पुत्री को दे दिया गया, उसके पिता के बारे में पूछने पर गुमराह करने के लिए बताया गया कि वह अत्याधिक नशे में है, मोबाइल चोरी न हो जाये, इसलिए ले आया था।

Translate »