पाकिस्तान के मौलाना एरिका रॉबिन के खिताब को जिस्म की नुमाइश करार दे रहे हैं

पाकिस्तान के मौलाना-मौलवी भी एरिका रॉबिन के खिताब को जिस्म की नुमाइश करार दे रहे हैं

एक पाकिस्तानी मॉडल ने वो कर दिखाया जो पाकिस्तान के इतिहास में आज तक नहीं हुआ. कराची की मॉडल एरिका रॉबिक पहली मिस पाकिस्तान यूनिवर्स बन चुकी हैं. ये पहली दफा होगा जब पाकिस्तान की कोई मॉडल इंटरनेशनल मंच पर पाकिस्तान की नुमाइंदगी करेगी. एरिका रॉबिन अब मिस यूनिवर्स में पाकिस्तान की तरफ से हिस्सा लेंगी. जाहिर है, पाकिस्तान के लिए ये गर्व की बात होनी चाहिए, लेकिन पाकिस्तान को इज्जत हजम नहीं होती है. दरअसल, यही पाकिस्तान के बर्बाद होने की वजह भी है. जिन्ना के मुल्क में एरिका रॉबिन पर तूफान खड़ा हो गया है. कट्टरपंथियों की जमात ने शोर मचाना शुरू कर दिया है.

पाकिस्तान में चाहे बम फटते रहें, लोग एक-एक निवाले के लिए तरसते रहें, लेकिन सरकार की नींद नहीं टूटेगी. एरिका रॉबिन को लेकर पाकिस्तानी सरकार एकदम एक्शन में आ गई है. इंटेलिजेंस ब्यूरो को जांच सौंप दी है कि पता करो हुस्न पहरे से बाहर कैसे निकला. पाकिस्तान की तरफ से मिस यूनिवर्स की कंटेस्टेंट चुनने के लिए मालदीव के एक रिसोर्ट में इवेंट कराया गया था, जिसमें एरिका रॉबिन ने फाइनल राउंड में 4 मॉडल को हराकर खिताब अपने नाम किया, जबकि प्रतियोगिता में पाकिस्तान की 200 मॉडल ने हिस्सा लिया था.

उस वक्त तक एरिका को भी नहीं पता होगा कि उनका खिताब जीतना पाकिस्तान में कितने बड़े तूफान की वजह बन जाएगा. मौलवी भी शोर मचाने लगे. मीडिया में भी एरिका को लेकर खूब बहस होने लगी और केयर टेकर सरकार ने तो फरमान भी जारी कर दिया. पाकिस्तान की तरफ से मिस यूनिवर्स कंटेस्टेंट चुनने के लिए जो इवेंट हुआ उसकी सरकार से इजाजत नहीं ली गई थी. जिस कंपनी ने इस इवेंट को कराया वो भी पाकिस्तान की नहीं बल्कि UAE की है.

सरकार तो सरकार, पाकिस्तान के मौलाना-मौलवी भी एरिका रॉबिन के खिताब को जिस्म की नुमाइश करार दे रहे हैं. ग्रैंड मुफ्ती मोहम्मद तकी उस्मानी ने सोशल साइट एक्स पर लिखा कि सरकार नोटिस ले और आयोजन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करे. इस धारणा को दूर किया जाना चाहिए कि ये महिलाएं पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व कर रही थीं.

मौलाना मौलवी के अलावा सरकार में शामिल कई दलों की कट्टरपंथी सोच उजागर हो चुकी है. एरिका को पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने पर बधाई के बजाय लगाम लगाने की तैयारी की जा रही है. पाकिस्तान के पत्रकार अंसार अब्बासी ने भी शिकायत करते हुए पूछा कि किस सरकारी अधिकारी ने पाकिस्तानी महिलाओं को सौंदर्य प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भेजने की मंजूरी दी थी.

जिस पर सूचना मंत्री मुर्तजा सोलंगी ने ट्वीट किया है. सरकार ने ऐसी गतिविधियों के लिए आधिकारिक तौर पर किसी को नोटिफाई नहीं किया है, जबकि जमात ए इस्लामी के सांसद मुश्ताक अहमद खान ने ऐसा होना पाकिस्तान के लिए शर्मनाक बताया है.. उन्होंने इस पर कड़ा एक्शन लेने के लिए कहा है.

ब्यूटी कॉम्पिटिशन में हिस्सा लेना जिस्म की नुमाइश नहीं
जिस देश के हुक्मरानों और मौलानाओं की सोच ऐसी होगी वो देश कैसे तरक्की कर सकता है? अब इन्हें कोई कैसे समझाए किसी ब्यूटी कॉम्पिटिशन में हिस्सा लेना जिस्म की नुमाइश नहीं होती. दरअसल, पाकिस्तान कभी कट्टरपंथी सोच से बाहर आया ही नहीं है इसलिए इसका अंदाजा भी नहीं होगा कि मिस यूनिवर्स और मिस वर्ल्ड में हिस्सा लेने वाली मॉडल्स युवाओं की आइकन बन जाती हैं. कई यूएन के कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं. दुनिया में शांति और खुशहाली के ब्रांड एंबेंसडर के तौर पर जानी जाती है. एरिका भी उन्हीं में से एक हो सकती हैं.

अगर एरिका पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो वो 18 नवंबर, 2023 को सैन साल्वाडोर में होने वाली मिस यूनिवर्स 2023 में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करेंगी, लेकिन वहां तक पहुंचने की राह बड़ी मुश्किल है क्योंकि पाकिस्तान में कट्टरपंथी जमात महिलाओं को गुलाम से ज्यादा कुछ नहीं मानते. एरिका बड़ी हिम्मती हैं. इतना सब कुछ जानते हुए भी वो आगे बढ़ीं और बदलाव लाने की कोशिश में जुट गईं. पाकिस्तान में तंग सोच वाले एरिका को लेकर कितने भी शर्मनाक बयान दें, लेकिन एरिका ने ठान लिया है वो आगे बढ़ती रहेंगी क्योंकि उनकी सोच उन तमाम पाकिस्तानियों से बेहतर है जो महिलाओं की तरक्की को बर्दाश्त नहीं कर पाते.

जब एरिका से ब्यूटी कॉम्पिटिशन में पूछा गया था कि वो पाकिस्तान के बारे में एरिका क्या सोचती हैं, तो उन्होंने कहा कि अपने देश पर गर्व है. अपने देश को आगे ले जाने का सपना पाले एरिका ही नहीं वो तमाम लड़कियां ब्यूटी कॉम्पिटिशन में हिस्सा लेने पहुंची थीं, लेकिन उनके आजाद ख्यालों को पाकिस्तान में कैद करने की प्लानिंग होने लगी है. कट्टरपंथी फरमान के सहारे पाकिस्तान को तबाही तक ले जाने वाले लोग इसी साजिश में जुटे हैं.

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