राष्ट्रपति बाइडन ने ताइवान जलडमरूमध्य में शांति बनाए रखने पर जोर दिया

चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग ने मंगलवार को अमेरिकी समकक्ष जो बाइडन से फोन पर बातचीत की. इस बातचीत में जिनपिंग ने बाइडेन से कहा कि ताइवान रेड लाइन है, जिसे अमेरिका को पार नहीं करना चाहिए. इसके साथ ही जिनपिंग ने बाइडेन को चेतावनी दी कि चीन शांत नहीं बैठेगा. बता दें कि पिछले साल नवंबर में सैन फ्रांसिस्को में शिखर सम्मेलन के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली बातचीत थी.

हालांकि अमेरिका ने लगभग दो घंटे की बातचीत को रचनात्मक बताया. राष्ट्रपति ने ताइवान जलडमरूमध्य में शांति बनाए रखने पर जोर दिया. इसके अलावा बाइडेन ने रूस के रक्षा उद्योग के लिए चीन के समर्थन पर भी चिंता जताई. उन्होंने दक्षिण चीन सागर में कानून का शासन और नेविगेशन की स्वतंत्रता पर जोर दिया.

वहीं चीनी विदेश मंत्रालय ने बताया कि जिनपिंग और बाइडन के बीच स्पष्ट बातचीत हुई. मंत्रालय ने बताया कि जिनपिंग ने चीन से अमेरिका के संबंधों को स्थिर होने की शुरुआत बताया. उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों की तरफ से ध्यान देने की जरुरत है.

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने राष्ट्रपति जिनपिंग और बाइडन की बातचीत के हवाले से कहा कि ताइवान की स्वतंत्रता अलगाववादी गतिविधियों और उनके लिए बाहरी समर्थन के सामने, चीन चुप बैठने वाला नहीं है. दोनों राष्ट्रपतियों ने अपनी बातचीत में व्यापार और टेक्नोलॉजी मुद्दों पर भी चर्चा की. बता दें कि अमेरिका ने चीन दबाने के लिए कई तरीके अपनाए और अधिक से अधिक चीनी संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाया है.

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