भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज की शुरुआत रविवार से हो रही है. इस सीरीज में भारत की कप्तानी केएल राहुल कर रहे हैं. सीरीज के लिए सेलेक्टर्स ने युवा खिलाड़ियों से सजी टीम चुनी है. इस टीम में शुभमन गिल भी नहीं हें और इशान किशन भी. सूर्यकुमार यादव को भी इस सीरीज में आराम दिया गया है. टीम देखी जाए तो ऋतुराज गायकवाड़ के अलावा टीम में कोई ओपनर नहीं हैं और ऐसे में साई सुदर्शन का पहले मैच में डेब्यू करना लगभग तय माना जा रहा है. सुदर्शन ने आईपीएल में शानदार बल्लेबाजी की थी और इसी कारण वह सेलेक्टर्स की नजरों में आए और अब टीम इंडिया में चुने गए.खेल सुदर्शन की रगों में हैं. उनके पिता स्प्रिंटर रह चुके हैं और साउथ एशियन गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. वहीं उनकी मां भी वॉलीबॉल खेला करती थीं. सुदर्शन ने क्रिकेटर बनने का ठाना और अब वह इसी राह पर है. घरेलू क्रिकेट में तमिलनाडु से खेलने वाले सुदर्शन रविवार को भारत की नीली जर्सी में दिखाई दे सकते हैं.
सुदर्शन विजय हजारे ट्रॉफी में हिस्सा ले रहे थे. इसी दौरान उन्हें टीम इंडिया में चुने जाने की खबर मिली. इसके अलावा उन्हें इंडिया-ए टीम भी चुना गया जो साउथ अफ्रीका के दौरे पर चार दिवसीय मैचों के लिए वहां गई है. साउथ अफ्रीका की पिचों पर बाउंस ज्यादा होता है. ऐसे में सुदर्शन जानते थे कि उन्हें साउथ अफ्रीका में अच्छा करना है तो बाउंसर गेंदों को खेलना सीखना होगा. इसके लिए उन्होंने तैयारी भी की. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए सुदर्शन ने बताया कि उन्होंने इसके लिए टेनिस बॉल से प्रेक्टिस की. उन्होंने कहा कि आईपीएल के दौरान उन्हें टेनिस रैकेट से ट्रेनिंग का पता चला. इस ट्रेनिंग में टेनिस रैकेट से गेंद को मारा जाता है और बल्लेबाज को उसे खेलना होता है. सुदर्शन ने कहा कि उन्हें जब भी मौका मिलता है वह इस तरह की ट्रेनिंग करते हैं. उन्होंने कहा कि इससे उन्हें फायदा हुआ और अब उनका रिएक्शन टाइम काफी बेहतर हो गया है. साउथ अफ्रीका-ए के खिलाफ चार दिन का टेस्ट मैच खेलने से भी उन्हें मदद मिली. इससे उन्हें साउथ अफ्रीका के हालात के बारे में पता चल गया.
सुदर्शन के टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने की संभावना काफी ज्यादा है क्योंकि गायकवाड़ के अलावा कोई और टीम के पास ओपनर नहीं है. केएल राहुल हालांकि ये काम कर सकते हैं लेकिन वनडे में वह लंबे समय से नंबर-5 पर खेल रहे हैं. पूरे वनडे वर्ल्ड कप में भी उन्होंने इसी नंबर पर खेला था. इसके अलावा भारत के पास संजू सैमसन का भी विकल्प है. लेकिन वह भी काफी हद तक मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज हैं. सुदर्शन की संभावना इसलिए भी बनती है क्योंकि वह बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और लेफ्ट-राइट का कॉम्बीनेशन के साथ जाना भारत पसंद करेगा क्योंकि इससे गेंदबाजों को परेशानी होती है.