जालना में हुई हिंसा के बाद एसपी तुषार दोशी को छुट्टी पर भेज -महाराष्ट्र

महाराष्ट्र के जालना में हुई हिंसा के बाद एसपी तुषार दोशी को अनिवार्य छुट्टी पर भेज गिया गया

महाराष्ट्र के जालना में हिंसा के बीच आज मराठा संगठनों ने औरंगाबाद बंद बुलाया है. इसको लेकर जिला प्रशासन सतर्क हो गया है. जगह-जगह भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है. वहीं मराठा आरक्षण की मांग को लेकर जालना की घटना पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गंभीर हैं. आज उन्होंने मराठा आरक्षण को लेकर एक बड़ी बैठक बुलाई है. मंत्रिमंडल उप समिति की ये बैठक दोपहर 12 बजे सह्याद्री गेस्ट हाउस में होगी.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि जालना के एसपी तुषार दोशी को अनिवार्य छुट्टी पर भेजा जा रहा है. सीएम शिंदे ने कहा कि अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था (एडीजीपी) संजय सक्सेना लाठी चार्ज की घटना की जांच करेंगे और अगर जरूरत पड़ी तो पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच कराई जाएगी. इन सबसे बीच एमएनएस चीफ राज ठाकरे जालना पहुंच रहे हैं.

इधर, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मराठा आरक्षण आंदोलन से जुड़े नेता मनोज जारांगे से बात की गई है. उन्होंने कहा है कि सीएम शिंदे ने मनोज जारांगे को चर्चा के लिए आमंत्रित किया है. इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बताया जा रहा है कि मनोज जरांगे को हिरासत में लेने के बाद हिंसा भड़की थी, जिस पर देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कोई भी मसले चर्चा से हल होते हैं.
देवेंद्र फडणवीस भरोसा दिया कि जिन आंदोलनकारियों पर गलत तरीके से केस दर्ज किया गया है, उनके मुकदमे वापस लिए जाएंगे. वहीं इस मामले पर राजनीति भी जारी है. एमएनएस नेता राज ठाकरे आज जालना जाने वाले हैं.
जालना में लाठीचार्ज के विरोध में आज कई मराठा संगठनों ने औरंगाबाद बंद बुलाया है, जिसे देखते हुए पुलिस अलर्ट है. महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. हिंसा और आगजनी भी जारी है. इस बीच लगातार तीन दिनों से औरंगाबाद में भी तोड़-फोड़ की छिटपुट घटनाएं हो रही हैं. विरोध की आग बढ़ती देख महाराष्ट्र पुलिस ने शांति की अपील की है.
हालात को संभालने के लिए जालना में भीड़ जमा होने पर रोक लगा दी गई है. आज से 17 सितंबर तक धारा 37 (3) के तहत पूरे जिले में पांच या उससे ज्यादा लोगों के इकट्ठे होना मना है. पुलिस जालना में शांति बहाल करने की कोशिश कर रही है. उपद्रव फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. जगह-जगह पुलिस बल को तैनात किया गया है.
जालना में लोग हालात सामान्य होने की उम्मीद लगाए हैं. हालांकि अब भी जालना में मराठा आरक्षण को लेकर अनशन के दौरान हुई हिंसा के बाद सड़कों पर सन्नाटा है. सड़कों पर जली हुई गाड़ियां पड़ी हैं. सड़कों पर पड़ी राख प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा और आगजनी से हुए नुकसान की गवाही दे रही है.

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