नीट परीक्षा में हुई धांधली को लेकर NSUI का जोरदार प्रदर्शन, पुलिस से धक्कामुक्की के बाद एक छात्र नेता हिरासत में.
अजमेर: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा हाल ही में जारी हुए NEET UG-2024 रिजल्ट में गड़बड़ी के आरोप लग रहे हैं. इस परीक्षा में पहली बार ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक पर 67 स्टूडेंट रहे. आरोप है कि इनमें 16 स्टूडेंट्स के रोल नंबर आस-पास थे. नीट परीक्षा में हुई धांधली के खिलाफ शनिवार को अजमेर में कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस से झड़प भी हुई. हाथापाई के बाद एक छात्र नेता को हिरासत में लिया गया. मालूम हो कि नीट परीक्षा के हरियाणा, यूपी, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली और कर्नाटक के टॉपर्स के मामले में ये गड़बड़ी सामने आई. हाल ये है कि हरियाणा के एक ही एग्जाम सेंटर के स्टूडेंट्स ने टॉप किया है. वहीं बिहार में पेपर लीक होने के आरोप लगे हैं.
शनिवार को नीट रिजल्ट में भयंकर धांधली के आरोप एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ के आह्वान पर छात्र नेता अंकित घारू के नेतृत्व में सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय अजमेर के मुख्य द्वार पर ब्यावर रोड जाम करके केन्द्र सरकार और एनटीए के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया गया. रोड जाम होने के दौरान रोड के दोनों तरफ वाहनों का लंबा जाम लग गया उसके बाद पुलिस ने छात्र नेताओं के साथ धक्का मुक्की करते हुए छात्रनेता अंकित घारू को पुलिस ने हिरासत में लिया. हालांकि कुछ समय बाद जब धरना समाप्त होने पर अंकित घारू को छोड़ दिया गया.
एक ही परीक्षा केंद्र में 6 अभ्यर्थियों के 720 नंबर शक के दायरे में
एक ही परीक्षा केंद्र के 6 परीक्षार्थियों के 720 में से 720 अंक आना, बोनस अंकों का वितरण जैसी कई गड़बड़ियां सामने आई हैं, जिन पर छात्रों एवं उनके अभिभावकों ने आपत्ति दर्ज करवाई है. इस प्रकार का खिलवाड़ लाखों छात्रों की मेहनत, सपनों और भविष्य पर कुठाराघात है, जो वर्षों तक लगन और समर्पण के साथ परीक्षा की तैयारी करते हैं. छात्र और उनके माता-पिता कई उम्मीदों के साथ अपने बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाते हैं परंतु, जब परीक्षा में धांधली होती है तो इनकी उम्मीदें टूट जाती हैं.
केंद्र सरकार कराये निष्पक्ष जांच
छात्र नेता अंकित घारू ने कहा कि नीट परीक्षा में हुई धांधली से लाखों बच्चों के भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है. लेकिन केंद्र सरकार न तो छात्रों के भविष्य को लेकर चिंतित है और न ही पारदर्शिता से प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन करने में सक्षम. अंकित घारू ने बताया कि आज के विरोध प्रदर्शन में केंद्र सरकार से मांग की गई कि छात्रों के भविष्य से जुड़े इस विषय की गहनता एवं पारदर्शी तरीके से जांच हो और छात्रों की समस्याओं का निस्तारण कर उन्हें जल्द से जल्द न्याय दिया जाए. परीक्षा और अब इसके रिजल्ट को लेकर अभ्यर्थियों ने गड़बड़ी की आशंकाएं जताई हैं. रिजल्ट में कई बच्चों के एक ही सेंटर से पूरे में से पूरे अंक मिलने, आस पास रॉल नंबर वाले अभ्यर्थियों के टॉप करने समेत ऐसे कई पहलू सामने आ रहे हैं जिससे परीक्षा में गड़बड़ी की आशंकाओं को बल मिलता है.
यह लाखों बच्चों के भविष्य एवं मेडिकल प्रोफेशन की क्रेडिबिलिटी का सवाल है इसलिए केन्द्र सरकार और एन.टी.ए इसे गंभीरता से लेकर जांच करे एवं सभी के साथ न्याय सुनिश्चित करे.इसी के चलते आज सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय अजमेर के मुख्य द्वारा पर एनएसयूआई नेता अंकित घारू के नेतृत्व में जोरदार विरोध प्रदर्षन किया. कई कार्यकर्ता ब्यावर रोड पर जाम करते हुए सड़क पर लेट गए जिससे कुछ समय के लिए यातायात बाधित हुआ और लंबा जाम लग गया. वही अंकित घारू को पुलिस ने हिरासत में लिया वह कुछ समय के बाद समझाईष कर छोड़ दिया.
IMA जूनियर डॉक्टर्स ने सीबीआई जांच की रखी माँग
दूसरी ओर देश के सबसे बड़े मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम, NEET 2024 में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए IMA जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क ने सीबीआई जांच की मांग की है. NSUI के छात्र नेता अंकित ने बताया कि सरकार से परीक्षा को दोबारा कराने का भी आग्रह किया है ताकि सभी छात्रों के लिए निष्पक्ष और पारदर्शी मूल्यांकन प्रक्रिया सुनिश्चित हो सके. पेपरलीक ही नहीं परीक्षा को लेकर कार्यकर्ताओं ने और भी कई तरह के आरोप लगाए हैं. इन सभी आरोपों पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने अपनी सफाई पेश करते हुए खुद को नीट एंड क्लीन बताते हुए अपना पक्ष रखा है.
विरोध-प्रदर्शन में ये छात्र नेता रहे शामिल
विरोध-प्रदर्शन में पूर्व जिलाध्यक्ष अब्दूल फरहान, नवीन कोमल, पवन सिसोदिया, राहुल जाजोटर, हनीष मारोठिया, जय भाटी, सुनील आसनानी, विलास चण्डालिया, मोहित खन्ना, जयेष बालोटिया, जितेष मोहनपुरिया, प्रशांत चौहान, कान्हा गुर्जर, पार्तिक टोनी, हिमांशु चांवरिया, भरत बायला, यमन टांक, ठाकुर घारू सहित काफी संख्या में छात्र मौजूद रहे.