दो साल पहले थाइलैंड मारिजुआना (भांग) को लीगल करने वाला एशिया का पहला देश बन गया था. जिसके बाद से थाइलैंड में भांग का इस्तेमाल और कारोबार तेजी से बढ़ रहा है. इस फैसले के दो साल बाद थाई सरकार को एहसास हुआ है कि देश में कैनबिस का ज्यादा इस्तेमाल नौजवानों को नशे की लत की ओर धकेल रहा है.

मारिजुआना के कारोबार की घरेलू बजार में तेजी से वृद्धि हुई है और इसका फायदा सरकारी खजाने को भी खूब मिला है. इसके बावजूद सरकार दोबारा से इसके इस्तेमाल पर पाबंदी लगाने जा रही है. थाईलैंड में पिछले दो सालों में हजारों मारिजुआना की दुकानें और बिजनेस उभर रहे हैं, एक अनुमान के मुताबिक थाईलैंड का मारिजुआना कारोबार 2025 तक 1.2 बिलियन डॉलर का हो जाएगा. थाईलैंड के प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “मैं चाहता हूं कि स्वास्थ्य मंत्रालय नियमों में बदलाव करे और कैनबिस को एक नारकोटिक्स के रूप में फिर से लिस्ट करे.” 2018 में कैनबिस को मेडिकल यूज के लिए और फिर 2022 में मनोरंजन के इस्तेमाल के लिए लीगल कर दिया गया था. लेकिन सरकार अब इस पर यू-टर्न ले रही है, थाईलैंड के कई उदारवादी संगठन सरकार के इस फैसले से नाराज हैं.

श्रेथा थाविसिन की ये टिप्पणी नारकोटिक्स के खिलाफ अभियान चलाने वाली एजेंसियों के साथ हुई मीटिंग के बाद आई है. मीटिंग में थाविसिन ने नशे की अवैध दवाओं पर सख्त रुख अपनाने की कसम खाई और अधिकारियों को अगले 90 दिनों में रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं. मीटिंग के बाद थाविसिन ने कहा, “ड्रग्स एक ऐसी समस्या है जो देश के भविष्य को नष्ट कर देती है, कई युवा इसकी लत के शिकार हो रहे हैं. हमें ड्रग डीलरों की संपत्ति जब्त करने और उनपर रोक लगाने के लिए तेजी से काम करना होगा. हालांकि अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है कि कब से कैनबिस को नारकोटिक्स में लिस्ट किया जाएगा.

Translate »