प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एबीसी के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि इजराइल बंधकों की रिहाई के बिना हमास के साथ युद्धविराम नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि इस युद्ध के बाद गाजा में अनिश्चितकाल के लिए इजराइल का कब्जा होगा. इंटरव्यू के दौरान नेतन्याहू ने गाजा में मानवीय सहायता शुरू करने की बातों से इनकार कर दिया. इंटरव्यू के दौरान नेतन्याहू से जब ये पूछा गया कि युद्ध समाप्त होने पर गाजा पर किसका शासन होना चाहिए.
इसके जवाब में नेतन्याहू ने कहा कि जीत के बाद गाजा पर इजराइल का कब्जा होगा. इस दौरान नेतन्याहू से यह भी कहा गया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि गाजा पट्टी पर कब्जा करना इजराइल के लिए एक बड़ी गलती होगी. इसके बाद नेतन्याहू ने कहा कि सात अक्टूबर को हमास ने जो किया, उसे पूरी दुनिया ने देखा. हमास एक आतंकी संगठन है. गाजा में सारी सुरक्षा की जिम्मेदारी इजराइल की होगी. अगर ऐसा नहीं होता है तो हमास और क्या क्या करेगा, यह कहना मुश्किल है.
नेतन्याहू ने कहा कि अगर युद्धविराम का ऐलान किया जाता है तो यह हमारे युद्ध प्रयासों को नुकसान पहुंचाएगा. हमास हमारे नागरिकों को रिहाई नहीं करेगा. इजराइली बंधकों की रिहाई के बाद ही युद्धविराम पर बात होगी. जब तक ये नहीं होता तब तक गाजा में इजराइली हमले होते रहेंगे. बता दें कि हमास ने 240 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाया है.
नेतन्याहू ने कहा कि इस जंग में हमें भी काफी नुकसान हुआ है. हमारे भी कई सैनिक मारे गए हैं. हमारी संवेदनाएं उनके परिवारों के साथ हैं. मगर इस जंग में मुझे जीतने से कोई रोक नहीं सकता. हम जीतेंगे और आगे बढ़ेंगे. उधर, इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने सेना मुख्यालय का दौरा किया. हमास के ठिकानों पर की जा रही कार्रवाइयों का जायजा लिया.
गैलेंट ने हमास के आतंकी सुरंगों को नष्ट करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि हमास के आतंकियों के पास दो विकल्प होंगे. वो या तो सुरंग में मर जाएं या हमारी सेना के आगे बिना शर्त आत्मसमर्पण करे. हमास के लड़ाकों के पास कोई तीसरा विकल्प नहीं होगा. उनके पास यही एकमात्र विकल्प है और हम इसी तरह अपने काम को करते रहेंगे