जो बाइडेन का खास विमान एयरफोर्स-वन दिल्ली में लैंड होगा
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत आएंगे. कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद बाइडेन का दौरा कंफर्म हुआ है. व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने बाइडेन के दौरे की पुष्टि की है. व्हाइट हाउस के मुताबिक, बाइडेन जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए गुरुवार भारत जाएंगे. राष्ट्रपति बाइडेन प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. बाइडेन शनिवार और रविवार को जी20 शिखर सम्मेलन के आधिकारिक सत्र में भाग लेंगे.
बता दें कि बाइडेन की पत्नी कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थीं. सोमवार रात को बाइडेन का भी कोरोना टेस्ट हुआ था और उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे का कहना है, उनमें कोई लक्षण नहीं दिख रहा है.
बाइडेन सात तारीख़ को भारत पहुंचेंगे उनके आने से पहले हवाई सुरक्षा और साथ में ज़मीनी सुरक्षा की पूरी तैयारी हो गई है. जो बाइडेन एयरफ़ोर्स-वन में भारत आएंगे. आपको बता दें इसकी तैयारी की गई है यह एयरफ़ोर्स-वन 4 हज़ार स्क्वायर फ़ीट का है और यह तीन मंज़िला एयरक्राफ़्ट है. इसके सेंसर्स की निगरनी पूरे समय होती है.
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग G-20 के शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे सिर्फ G-20 में ही नहीं शी जिनपिंग आगे होने वाले कई बड़े अंतर्राष्ट्रीय मंचों से नदारद रहेंगे. हर जगह शी जिनपिंग अपनी जगह अपने किसी प्रतिनिधि को भेज रहे हैं. ऐसे में सवाल ये उठता है कि ऐसा क्या है जिस वजह से जिनपिंग को बड़े अंतर्राष्ट्रीय मंचों से अपना चेहरा छुपाना पड़ रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज समेत दुनिया के एक से बढ़कर एक ताकतवर मुल्कों के नेता G-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली आ रहे हैं लेकिन दिल्ली की यही अहमियत एक देश को चुभ रही है. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बनेंगे. उनकी जगह चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग जी-20 समिट में शामिल होंगे.
खबर है कि जिनपिंग G-20 से ठीक पहले पहले इंडोनेशिया में हो रहे आसियान और ईस्ट एशिया समिट में भी शामिल नहीं होंगे. भारत की मेजबानी में पहली बार आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन से शी की अनुपस्थिति का चीन ने कोई कारण नहीं बताया है. वर्ल्ड लीडर्स को भी G-20 जैसे सम्मेलन में जिनपिंग का न आना हैरान कर रहा है. विशेषज्ञों के मुताबिक पूरी दुनिया में जिस तरह से भारत की धाक बढ़ रही है, उससे चीन सहमा हुआ है .भारत के इसी बढ़ते रुतबे से जिनपिंग परेशान हैं और जी-20 समिट में आने में असहज महसूस कर रहे हैं.