बुंदेलखंड की वेदव्यास की जा धरती पे, हमयी बहुते प्रसन्नता हौ…
यूपी के लोगो को,बुन्देलखण्ड के सभी भाइयों बहनों को बहुत बधाई शुभकामनाएं
ये एक्सप्रेस वे बुन्देलखण्ड की गौरवशाली परंपरा को समर्पित है
यहां के खून में भारत भक्ति बहती है,यहां के बेटे बेटियों ने हमेशा पराक्रम का प्रदर्शन किया है
मैं दशकों से उत्तरप्रदेश आता जाता रहा,पिछले 8 वर्षों से मुझे प्रधानसेवक का आप लोगो ने जिम्मा दिया
मैं देखता था कि दो चीजें इस प्रदेश में जोड़ दिया जाय तो उत्तरप्रदेश चुनौतियों के लिए खड़ा हो जाएगा,पहला खराब कानून व्यवस्था,दूसरी खराब कनेक्टिविटी
आज योगी जी के नेतृत्व में पूरी तस्वीर बदल दी,जितना पिछले 7 दशकों में काम नही हुआ,उतना काम इन 5 वर्षों में हुआ
बुन्देलखण्ड की दिल्ली से दूरी कम हुई,ये एक्सप्रेसवे सिर्फ वाहनों को गति नही, बल्कि उद्योगो को भी गति देगा
यहां उद्योग लगाने और खेती को बाजार में पहुचने में बहुत लाभ मिलेगा
ये एक्सप्रेस वे बुन्देलखण्ड के कोने कोने को विकास से जोड़ेगा
अब सरकार बदली है,मिज़ाज़ बदला है,क्योंकि ये मोदी है,ये योगी है,जो पुरानी सोच को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहे हैं…
बड़े शहरों के साथ छोटे शहरों को भी प्राथमिकता दी जा रही है
हम नए संकल्पों को लेकर तेज़ गति से दौड़ने को तैयार हैं,कोई पीछे नही छूटे, इसी के साथ हम तेज़ दौड़ रहे हैं
छोटे छोटे जिले भी हवाई सेवा से जुड़े इसके कार्य हो रहे हैं
इससे पर्यटन उद्योग को भी बल मिलता है
याद रखियेगा, जिस यूपी में सरयू नहर परियोजना को पूरा होने में 40 साल लग गए,गोरखपुर फर्टिलाइजर कारखाना 30 साल से बंद पड़ा था,अमेठी रायबरेली में रेल कारखाना नही डिब्बे का रंग रोगन होता है,उस यूपी ने अच्छे अच्छे राज्यो को पीछे छोड़ दिया है,आज पूरा हिंदुस्तान यूपी के प्रति बड़े आदर से देखता है,आपको गर्व हो रहा है कि नही!!
पहले की सरकारों में हर साल,रेलवे का दोहरीकरण औसतन 50 किलोमीटर था,आज औसतन 200 किलोमीटर हो रहा है,2014 से पहले यूपी में सिर्फ 11 हजार कॉमन सर्विस सेंटर थे,आज यूपी में 1 लाख 30 हजार से ज्यादा कॉमन सर्विस सेंटर कार्य कर रहे हैं,एक समय यूपी में सिर्फ 12 मेडिकल कॉलेज थे,आज यूपी में 35 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज हैं,14 से ज्यादा पर काम चल रहा है…ये है बदलाव..
देश के लिए जरूरत है इरादा, दूसरा मर्यादा…
हम इक्कसवी सड़ी के निर्माण के लिए जी जान से जुटे हैं,हम समय की मर्यादा कभी टूटने नही देते,इसका उदाहरण इसी उत्तरप्रदेश में हैं,काशी विश्वनाथ धाम का जीर्णोद्धार हमने शुरू किया,और लोकार्पण भी हमने किया,गोरखपुर फर्टिलाइजर कारखाना के लिए हमने काम शुरू किया,और लोकार्पण हमने किया…हर योजना परियोजना उदाहरण है..
आज हमारे देश मे मुफ्त की रेवड़ी बांटकर वोट लेने की कल्चर लाने की भरसक कोशिश हो रही है,रेवड़ी कल्चर वाले आप के लिए कभी एक्सप्रेस वे नही बनवाएंगे, रेवड़ी कल्चर वाले ये सोचते हैं कि वो आपको खरीद लेंगे,रेवड़ी कल्चर वालो को हमको हटाना है,हम गरीबो के लिए काम कर रहे हैं,गरीबो के लिए पक्के घर बना रहे हैं,गरीबो किसानों के जीवन को आसान बना रहे हैं,नौजवानों के भविष्य कभी अंधेरे में न रहना पड़े,इसके लिए हम खुद को खपा दे रहे हैं…
डबल इंजन की सरकार मुफ्त की रेवड़ी बांटने का कल्चर नही देती…