इंदौर में सम्पन्न हुआ इंण्डियन स्मार्ट सिटीज अवार्ड कान्टेस्ट
स्मार्ट सिटी मिशन 25 जून 2015 को लॉन्च किया गया था, जिसका उद्देश्य स्मार्ट समाधान के अनुप्रयोग के माध्यम से अपने नागरिकों को मुख्य बुनियादी ढांचा, स्वच्छ और टिकाऊ वातावरण और जीवन की सभ्य गुणवत्ता प्रदान करना है। लखनऊ शहर को मई 2017 में फास्ट ट्रैक राउंड में चुना गया था। लखनऊ स्मार्ट सिटी स्वच्छता जैसे विभिन्न क्षेत्रों पर काम कर रहा है, जिसमें ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, स्वास्थ्य और शिक्षा, कुशल शहरी गतिशीलता और सार्वजनिक परिवहन, स्मार्ट प्रशासन और हरित ऊर्जा आदि शामिल हैं। लखनऊ स्मार्ट शहर ने पहले ही 45 परियोजनाएं क्रियान्वित कर दी हैं और 35 परियोजनाएं पूरी होने के विभिन्न चरणों में हैं। स्मार्ट सिटी मिशन, भारत सरकार ने 25 अगस्त 2023 को वर्ष 2022 के लिए भारत स्मार्ट सिटी पुरस्कार प्रतियोगिता (आईएसएसी) की घोषणा की है। लखनऊ रोजगार प्रशिक्षण केंद्र को जबलपुर और इंदौर के साथ 41 नामांकनों में से अर्थव्यवस्था श्रेणी के तहत दूसरे रनर-अप के रूप में चुना गया था।
लखनऊ स्मार्ट सिटी लिमिटेड के रोजगार प्रशिक्षण केंद्र ने इंस्टीट्यूट ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट यूपी के साथ हाथ मिलाया है (आईईडीयूपी) खुदरा और ई-कॉमर्स, बीपीओ और लॉजिस्टिक्स, खाद्य और पेय पदार्थ और आतिथ्य और अन्य आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में शहरी गरीबों और प्रवासी मजदूरों के लिए आजीविका के अवसर पैदा करने के लिए आईईडीयूपी और एलएससीएल ने अपनी यात्रा के माध्यम से लाभार्थियों की पहचान की है और उन्हें प्रशिक्षित किया है। इससे पहले कि ये सफलतापूर्वक उन्हें उद्योग में स्थापित कर सकें। हमने नए उद्यमियों के लिए भी अवसर बनाए और उन्हें प्रधान मंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) से जोड़ा। इस कार्य के माध्यम से हमने 1577 लाभार्थियों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षित किया है और लगभग ऋण की सुविधा प्रदान की है। पीएमईजीपी योजना के तहत उद्यमी को रू०- 2.11 करोड़ इस परियोजना के तहत हमने शहरी गरीबों और प्रवासी मजदूरों के लिए लगभग रू0 20.00 करोड़ का रोजगार सृजित किया है। लखनऊ स्मार्ट सिटी समाज के सीमांत कमजोर वर्ग की बेहतरी और उत्थान की दिशा में लगातार काम कर रहा है और अब इस परियोजना की अवधि 2024 तक बढ़ा दी गई है। इसके अलावा, लखनऊ स्मार्ट सिटी ने लखनऊ में शहरी वंचित समुदायों के युवाओं के कौशल और आजीविका के लिए एक एनजीओ लाइटहाउस कम्युनिटीज फाउंडेशन के साथ हाथ मिलाया है। नाका हिंडोला में स्थान की पहचान पहले ही की जा चुकी है और परियोजना का विकास कार्य प्रगति पर है।
लखनऊ आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय भारत ने 25 अगस्त को स्मार्ट सिटी पुरस्कार प्रतियोगिता (आई०एस०सी०) 2022 की घोषणा की थी। इसमें लखनऊ विभिन्न श्रेणियों में अव्वल आया था। बुधवार को इंदौर में आयोजित राष्ट्रीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मा० राष्ट्रपति, द्रौपदी मुर्मू, मा० राज्यपाल, मध्यप्रदेश श्री मंगुभाई पटेल, मा0 मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश, श्री शिवराज सिंह चौहान, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय (केन्द्रीय मंत्री) श्री हरदीप सिंह पुरी एवं राज्य मंत्री. श्री कौशल किशोर आदि इस कार्यक्रम मे उपस्थित रहे। पुरस्कार प्राप्त करने के लिए श्री इंद्रजीत सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री पंकज श्रीवास्तव, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, लखनऊ
स्मार्ट सिटी लिमिटेड एवं श्री पवन श्रीवास्तव टीम लीडर, पी०एम०सी०. इंदौर पहुंचे थे। लखनऊ सर्वश्रेष्ठ प्रोजेक्ट एवार्ड इकोनॉमी पुरस्कार के साथ रोजगार परिक्षण केन्द्र परियोजना में अव्वल रहा है। बता दें कि आई०एस०सी०-2022 के लिए 80 योग्य स्मार्ट शहरों से कुल 845 नामांकन प्राप्त हुए थे। इन प्रविष्टियों का मूल्यांकन 5 चरणों में किया गया। पहले चरण में 845 प्रस्तावों की प्री-स्क्रीनिंग की गई थी प्रोजेक्ट अवॉर्ड में 35 इनोवेशन अवॉर्ड में 6 नेशनल / जोनल सिटी अवॉर्ड में 13 राज्य / यूटी अवॉर्ड में 5 और पार्टनर अवॉर्ड श्रेणियों में 7 शामिल हैं।