दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उच्च स्तरीय बैठक की है. दिल्ली सचिवालय में हुई इस बैठक में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय, मंत्री आतिशी, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत और सभी संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल हुए. CAQM द्वारा दिल्ली-NCR में GRAP 4 लागू करने के बाद ये अहम बैठक है. इस बैठक में दिल्ली में ऑड-ईवन से लेकर वर्क फ्रॉम होम तक पर फैसला लिया जा सकता है.

वहीं, आम आदमी पार्टी का कहना है कि प्रदूषण को लेकर केवल दिल्ली और पंजाब सरकार ही कदम उठा रही है. हरियाणा इसके प्रति गंभीर नहीं है. आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि अरविंद केजरीवाल अकेले नेता हैं, जो प्रदूषण को लेकर शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म मेजर्स लेते हैं.

प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण में 31 फीसदी की गिरावट आई है और यह केंद्र ने भी माना. CAQM की रिपोर्ट है कि पंजाब में पराली जलने में 52-67 फीसदी की कमी आई है. उन्होंने कहा कि पंजाब में जल रही पराली यहां से करीब 500 किमी दूर है और हरियाणा में जो पराली जल रही है वो 100 किमी दूर है.

आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि पराली जलाने को लेकर हरियाणा सरकार ने क्या कदम उठाए हैं. खबर है कि हरियाणा सरकार 100 EV बसें लेने का विचार कर रही है. अभी तक और अभी भी बसें प्ल्यूटेड फ्यूल पर चल रही हैं. हरियाणा की इंडस्ट्री जो ज्यादातर NCR में है, वो भी प्ल्यूटेड फ्यूल पर चल रही हैं. घरों तक में लोग जेनरेटर इस्तेमाल कर रहे हैं.
कक्कड़ ने आगे कहा कि दिल्ली में जहां ग्रीन कवर देश भर में सबसे ज्यादा 23 फीसदी है, वो हरियाणा में मात्र 3.6 फीसदी है. ऐसा तब है जबकि केंद्र से पूरा फंड हरियाणा को मिल रहा है, जो दिल्ली और पंजाब को नहीं मिलता है.

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