सोमनाथ मिश्र ( संवाददाता)
बाराबंकी ,लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल का त्याग और बलिदान सर्वविदित है ।विद्यालयों में विद्यार्थियों को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जीवनी के बारे में विस्तृत जानकारी दिया जाना आवश्यक है। पटेल जी ने पूरे देश की रियासतों को एक करने का जो महान कार्य किया था उसे कभी भुलाया नही जा सकता है। किन्तु ऐसे क्रान्तिकारी नेता के निधन के बाद कांग्रेस सरकार ने उनका राजघाट में अन्तिम संस्कार तक होने नही दिया था। यह विचार विधायक साकेन्द्र प्रताप वर्मा ने शुक्रवार को रामनगर रोड स्थित बाबा मैरिज लॉन में आयोजित लौह पुरूष प्रणामंजलि समारोह के दौरान व्यक्त किये। उन्होने कहा कि लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल का पूरा जीवन देशहित के लिए समर्पित रहा वह कभी अपने कार्य पथ पर विचलित नहीं हुए। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद 565 भारत की रियासतों को एक करने का काम लौह पुरुष ने किया था।पटेल जी ने सोमनाथ का मन्दिर बनवाया किन्तु जब उसकी प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम था तब वह जीवित नही थे। तत्कालीन राष्ट्रपति डा0 राजेन्द्र प्रसाद जब इस कार्यक्रम की अगुवाई करने की भूमिका निभाने लगे तो पं0 जवाहर लाल नेहरू ने उन्हे सोमनाथ मन्दिर जाने से मना कर दिया तो डा0 राजेन्द्र प्रसाद ने अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश कर दी। तब जाकर वह कार्यक्रम में भाग ले सके। इस कार्यक्रम के दौरान सांई कान्वेण्ट कॉलेज, आचार्य चन्द्र देव इण्टर कॉलेज, युगान्तर इण्टर कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न प्रकार के राष्ट्रीय कार्यक्रम मंच पर प्रस्तुत किये गये। वहीं सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन चरित्र पर आधारित एक मूवी का प्रसारण भी किया गया। इस दौरान लोगो ने पटेल जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर ब्लाक प्रमुख अनिल वर्मा, विपिन सिंह राठौर, शीलरत्न मिहिर, विजय आनन्द बाजपेयी, राजीव नयन तिवारी, अंशुमान मिश्रा, दिनेशचन्द्र पाण्डेय, डा0 रामकुमार गिरि, रंगनाथ त्रिपाठी, बाबा हेमन्त दास, तरूण शुक्ला, आशुतोष वर्मा, देशराज वर्मा, गुन्नी महाराज सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।

Translate »