सीडीओ को मिलीं कमियां कार्यदायी संस्था को सुधार के लिए एक सप्ताह का दिया समय
मथुरा:- मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना ने जनपद मथुरा के अन्तर्गत राल वन गौशाला के समीप पशु चिकित्सालय के निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया गया। यह कार्य उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण एंव श्रम विकास सहकारी संघ लिमिटेड, प्रखण्ड आगरा द्वारा कराया जा रहा है। निरीक्षण के समय राल गौशाला के समीप निर्माणाधीन पशु चिकित्सालय भवन के निर्माण का कार्य गुणवत्ता एवं वर्कमेनशिप सन्तोषजनक नहीं पाया गया। स्थल पर ईंटों की चिनाई के कार्य में रद्दों के ज्वाइंट्स की कटिंग तकनीकी तरीके से सही नहीं की जा रही है, जिससे दीवाल के कौने जोड पर क्रेक विकसित हो रहे हैं। इसके अतिरिक्त निर्माण कार्य में मीठे पानी का प्रयोग नहीं किया जा रहा है, जिससे गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
कार्य स्थल पर लगाये गये सबमर्सिबल पम्प से प्राप्त हो रहे पानी का प्रयोग किया जा रहा है, जो कि खारा है। ईंटो के बाहरी सतह पर सफेदी लोन आ रहा है तथा निर्माण कार्यों की समुचित तराई भी नहीं पायी गयी। कार्यस्थल पर निर्माण में मिक्स श्रेणी के ईंटों का प्रयोग किया जाना पाया गया तथा स्थल पर आपूर्ति की गयी ईंटों के कुछ चट्टे निम्न श्रेणी के लगे पाये गये। कार्य स्थल पर निरीक्षण के समय उपस्थित फर्म के प्रतिनिधि द्वारा प्रश्नगत स्थल का स्ट्रक्चरल ड्राइंग एवं बिल्डिंग ले आउट प्लान उपलब्ध नहीं कराया जा सका। कार्यस्थल पर फ्लोर में स्थानीय काली मिट्टी की फिलिंग की जा रही है, जबकि भवन के अन्दर बाहर से अच्छी गुणवत्ता की मिट्टी डाला जाना तकनीकी रूप से उचित होगा।
इसके सम्बन्ध में निरीक्षण के समय मौके पर उपस्थित कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि को निर्देशित किया गया कि ठेकेदार से समस्त कमियों को एक सप्ताह में निस्तारण करायें तथा ठेकेदार द्वारा निम्न स्तर की ईटों का जहां जहां प्रयोग किया गया है, को बाउंड्री अन्य स्थल से तुडवाकर निकलवाते हुऐ अच्छे किस्म की ईटों का प्रयोग कराएं। एक सप्ताह में समस्त कमियों का निराकरण कराते हुऐ प्रत्येक 15 दिवस के अन्तराल पर स्वयं निरीक्षण करते हुऐ निरीक्षण आख्या उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें तथा ठेकेदार को नोटिस जारी करें कि यदि एक सप्ताह में उपरोक्त कमियों का निस्तारण नहीं किया जायेगा तो सम्बन्धित ठेकेदार के विरूद्ध नियमानुसार ब्लैक लिस्ट की कार्यवाही की जायेगी।
इसके अतिरिक्त कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि को निर्देशित किया गया कि निर्माण कार्य को तत्काल रोककर समस्त ड्राइंग एवं अभिलेखों का परीक्षण तथा स्ट्रक्चरल वेटिंग कराते हुऐ रिपोर्ट अधिशासी अभियन्ता ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग मथुरा को उपलब्ध करायें।