देशभर में लोग ऑनलाइन ठगी की घटना से परेशान हैं. ऐसे मेंराजस्थान में एक ऐसी जगह का खुलासा हुआ है, जो ऑनलाइन ठगी के लिए प्रसिद्ध है. देशभर के ठग अपने ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिए यहीं आते है. झारखंड के जामताड़ा से ज्यादा ठगी के मामले में मेवात से आते हैं. अब राजस्थान पुलिस ने इसके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है. साल 2024 में 2 महीने के दौरान 10 हजार 183 सिम कार्ड और मोबाइल के आईएमआई नम्बर ब्लॉक कराए गए हैं. जिससे ठगी की घटनाओं पर लगाम लगेगी.देशभर के ठगों का महफूज अड्डा बनां ये जिला ऑनलाइन घटनाओं ने अलवर को पूरे देश में बदनाम है. बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, हिमाचल, जम्मू, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के शहरों की पुलिस अलवर में दबिश देनी आ चुकी है. देशभर के विभिन्न शहरों में दर्ज होने वाले मामलों में आरोपी अलवर के मिलते हैं. ठग ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम देने के लिए असम, ओडिशा और पश्चिम बंगाल से फर्जी पते पर प्री एक्टिवेटेड सिम यहां लेकर आते हैं. उन सिम्स को यहां लाकर एक्टिवेट किया जाता है और उसके बाद ठगी की वारदातों को अंजाम दिया जाता है. बड़ी तादाद में फोन और सिम किए गए ब्लॉक साल 2023 में अलवर पुलिस ने 80 हजार सिम कार्ड और आईएएमएआई नंबर को ब्लॉक कराया था.
साल 2024 में अभी दो माह के दौरान 10 हजार 183 मोबाइल सिम और आईएमएआई नंबरों को ब्लॉक कराया गया है. जबकि भरतपुर पुलिस ने फर्जी पते वाली 1 लाख, 72 हजार 392 सिम और 1 लाख 85,042 मोबाइल के आईएमईआई नंबर ब्लॉक कराया है. इन मोबाइल सिम के नंबरों से 78 हजार 800 साइबर क्राइम करने की शिकायतें प्राप्त हुईं.