उज्जैन। उज्जैन में सोमवार को नागपंचमी का पर्व धूमधामसे मनाया जा रहा है। स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मन्दिर के तृतीय तल पर स्थित नागचन्द्रेश्वर भगवान के पट साल में एक बार केवल नागपंचमी पर 24 घंटे के लिए खुलते हैं। यहां मंदिर के पट 20 अगस्त को रात्रि 12 बजे खुले एवं 21 अगस्त की रात्रि 12 बजे तक दर्शन होंगे। समाचार लिखे जाने तक तीन लाख से अधिक दर्शनार्थी दर्शन लाभ ले चुके थे। जिला प्रशासन महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति एवं जिला पुलिस की ओर से इस अवसर पर श्रद्धालुओं के लिये व्यापक व्यवस्थाएं की गई।
नागचन्द्रेश्वर भगवान का सोमवार को अपराह्न 12.00 बजे पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा के महंत विनितगिरी महाराज द्वारा पूजन किया गया। पूजन में संभागायुक्त डॉ. संजय गोयल, मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, नगर पालिक निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह, मंदिर प्रशासक संदीप कुमार सोनी, पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा आदि ने भी नागचंद्रेश्वर भगवान का पूजन किया।
श्रद्धालुओं ने धैर्यपूर्वक किए नागचंद्रेश्वर के दर्शन, सुगम दर्शन व्यवस्था की प्रशंसा की
वर्ष में एक बार खुलने वाले भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिये हर श्रद्धालु लालायित रहता है और दूर-दूर से लोग यहां दर्शन लाभ लेने के लिये आते हैं। इस बार श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति तथा जिला प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी-कर्मचारियों ने जान लगाकर दर्शनार्थियों को किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसके हरसंभव प्रयास किये। सुगम दर्शन के लिये की गई व्यवस्थाओं का लाभ लाखों दर्शनार्थियों ने लिया और यहां की गई व्यवस्थाओं की उन्होंने प्रशंसा की। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा, प्रशासक संदीप सोनी सहित वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी कंट्रोल रूम से सभी व्यवस्थाओं पर नजर रखे हुए थे।
जयपुर राजस्थान से चंचल राठौर भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन करने परिवार सहित आई। उन्होंने नागचंद्रेश्वर के दर्शन लाइन में लगकर सुगमतापूर्वक किये और इसके बाद वे फिर से महाकालेश्वर के दर्शन के लिये लाइन में लगकर धैर्यपूर्वक दर्शन लाभ लिया। चंचल राठौर ने कहा कि यहां की व्यवस्था निश्चित रूप से सराहनीय है। दर्शनार्थियों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ रहा है। अशोक सिंह बीकानेर से आये और उन्हें भगवान नागचंद्रेश्वर का दर्शन लाभ मिल गया। वे कहते हैं कि वर्ष में एक बार खुलने वाले मन्दिर में दर्शन करके वे अत्यधिक प्रसन्न हैं। उन्होंने कहा कि यहां के प्रशासन द्वारा दर्शनार्थियों को तकलीफ न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
आगरा से आये युवा राहुल पाराशर कहते हैं कि उन्होंने नागचंद्रेश्वर के साथ भगवान महाकालेश्वर के दर्शन भी किये। उन्होंने कहा कि हम जब दर्शन करने के लिये आ रहे हैं तो संयम रखना चाहिये। दर्शनार्थी यदि संयम रखेंगे तो प्यार से दर्शन होंगे। जयपुर से आये महेश कुमार ने कहा कि नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिये व्यवस्था बहुत ही अच्छी की गई है। सूरत से अपने मित्रों के साथ आये छात्र रोहित कड़िपे ने कहा कि नागचंद्रेश्वर के दर्शन मात्र से वे प्रसन्न हैं। उन्होंने कहा कि मन्दिर परिसर में एक सकारात्मक ऊर्जा काम कर रही है, जो सबके लिये कल्याणकारी है। उन्होंने कहा कि यहां के अधिकारी-कर्मचारी मन से ड्यूटी कर रहे हैं और यह सराहनीय है।
भीलवाड़ा से आये आशीष पोरवाल ने दर्शन के बाद कहा कि नागपंचमी के दिन लाखों लोगों के दर्शन सुगमता से हो जायें, इसके लिये प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था की सराहना करना चाहिये। उन्होंने कहा कि दर्शनार्थी चाहे वृद्ध हो, बच्चे हो या महिलाएं सभी को आसानी से दर्शन हो रहे हैं।