सोनभद्र । प्राकृतिक – दैविक विभिन्न आपदाओं से बचाव के लिए स्कूल – डिग्री कालेज, ग्राम पंचायत एवं तहसील स्तर पर विशेष जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम विकास भवन कार्यालय के परिसर में स्थित पंचायत रिसोर्स भवन में किया गया। इस पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन के अवसर पर अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) सहदेव कुमार मिश्र ने उपस्थित आपदा से बचाव हेतु प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रशिक्षुओं से हुए कहा कि इस पाॅच दिवसीय प्रशिक्षण सत्र के माध्यम से आप लोगों ने आपदा से बचाव के सम्बन्ध में जो भी प्रशिक्षण प्राप्त किया है उसके सम्बन्ध में ग्राम स्तर पर भी आपदा से बचाव सम्बन्धित कार्यक्रम का आयोजन करते हुए ग्रामवासियों को आपदा से बचाव के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दें जिससे अधिक से अधिक लोगों को आपदा से बचाव के बाबत जानकारी उपलब्ध हो सके।
कहा कि लोग आने वाली आपदा भूकम्प, वज्रपात (आकाशीय बिजली), आन्धी – तूफान एंव अतिवृष्टि से अपने को सुरक्षित रख सकें और आपदा से प्राकृतिक एंव दैविक आपदा से स्वयं को बचा सकें तभी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मूल उद्देशय सफल होगा और जनपद स्तर पर आपदा से होने वाली हानियों में कमी आ सकेगी। खास पहलू रहा प्रशिक्षण कालावधि में विशेष सम्मान प्रदान करने का। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी ने आपदा प्रशिक्षण कार्यक्रम में सराहनीय कार्य करने वाले राज्य स्तरीय प्रशिक्षक आपदा प्रबंधन से साधना मिश्रा व शेषमणि दुबे को प्रशस्ति पत्र देकर अलंकृत किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला पंचायतराज अधिकारी विशाल सिंह द्वारा प्रशिक्षण की रूप रेखा के बारे मे बताते हुए आपदा के सम्बन्ध में क्या करें और क्या न करें के बारे में जानकारी दी गयी। प्रशिक्षण कार्यक्रम सहनोडल व जिला प्रोबेशन अधिकारी सुधांशु शेखर शर्मा ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण में गहनता पूर्वक जानकारी प्राप्त करते हुए स्कूल व ग्राम स्तर पर किसी प्रकार की आपदा आने पर खुद को कैसे सुरक्षित रखें, इसके लिए लोगों को प्रशिक्षित कर जागरूकता प्रसारित करना बेहद जरूरी है। आपदा से होने वाली जनहानि – पशु हानि न हो, इसके लिए लोगों को सजग करते हुए जागरूक करें।
आपदा से बचाव के लिए लोगों को इस तरह से प्रशिक्षित किया गया कि आपदा आने पर खुद को सुरक्षित रखते हुए दूसरे की भी मदद की जा सके। उन्होंने कहा कि सर्पदंश के दौरान ज्यादातर लोग मन्त्र – तन्त्र, झाड़-फूँक के चक्कर में पड़कर प्राण गंवा देते हैं। जान से हाथ धो देने वाली ऐसी क्रियाविधियों से पूरी तरह बचें और सर्पदंश की स्थिति में सबसे पहले बिना समय गवायें अस्पताल में ले जाना चाहिए पीड़ितों को और अच्छी तरह से ईलाज कराना चाहिए जिससे जनहानि न होने पायें। उन्होंने कहा कि आपदा जैसी घटनाएं होने की स्थिति में आपदा विभाग द्वारा राहत राशि देने का प्राविधान है, इसके लिए लोगों को विशेष रूप से जागरूक करने की जरूरत है, जिससे इस स्थिति में उस व्यक्ति की मदद हो सके।
प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद इसी तरह से प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर स्कूल के बच्चों व आप-पास के लोगों को प्रशिक्षित करते हुए आपदा की स्थिति में बचाव, सुरक्षा आदि के संबंध में बताया गया। जिला आपदा विशेषज्ञ पवन कुमार शुक्ल नें कहा कि हम सभी नागरिकों को बज्रपात, सर्पदंश, शीतलहर, लू, सुरक्षा से बचाव, आंधी-तूफान, भूकंप व बाढ़ जैसी विभिन्न आपदाओं से लोगों को बचाव के उपायों की जानकारी दी गई है जिससे हमेशा जागृत रहते सावधानी बरतें। शेषमणि दुबे द्वारा दामिनी एप्प, सचेत एप्प के माध्यम से उपस्थित प्रशिक्षको को प्रशिक्षित किया गया।
कार्यक्रम का सफल संचालन राज्य स्तरीय प्रशिक्षिका साधना मिश्रा ने किया। मौके पर जिला विकास अधिकारी शेषनाथ चैहान, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह, जनपद के चयनित आपदा मित्र राहुल यादव, ज्योति यादव, सविता, निखिल, निभा, विशाल, गंगाजली, देवानंद यादव, प्रियंका मौर्या, साकेत साहू, सहायक विकास अधिकारी म्योरपुर काशिराम ठाकुर, ग्राम प्रधान संघ के अध्यक्ष सुरेश शुक्ला आदि उपस्थित रहे।