इजराइल और हमास के बीच जंग थमने के बजाय बढ़ती ही जा रही है. इजराइली सेना ने गाजा में 24 घंटे के भीतर हमास के 200 ठिकानों पर हमला किया. इन हमलों में फिलिस्तीन के 166 लोगों की मौत हुई है. इजराइली सेना ने रविवार को बताया कि हमलों के दौरान हमास के ठिकानों की भी जांच की गई है, जिसमें बड़ी संख्या में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं.
इजराइल का कहना है कि उसने उत्तरी गाजा पर लगभग पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया है और हमास आतंकवादियों के खिलाफ अन्य क्षेत्रों में जमीनी हमले का विस्तार करने की तैयारी कर रहा है. लेकिन जबालिया निवासियों ने इजराइली टैंकों से लगातार हवाई बमबारी और गोलाबारी की सूचना दी, जिसके बारे में उन्होंने कहा कि यह शनिवार को शहर में और आगे बढ़ गई थी.
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि पिछले 24 घंटों में 166 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिससे कुल फिलिस्तीनी मरने वालों की संख्या 20,424 हो गई है. हज़ारों लोग घायल हुए हैं, माना जाता है कि कई शव मलबे में दबे हुए हैं. गाजा के 23 लाख लोगों में से लगभग सभी विस्थापित हो चुके हैं.
इजराइली सेना ने कहा कि पिछले दिनों नौ सैनिक मारे गए थे, जिससे यह संख्या बढ़कर 15 हो गई है. बतादें कि 7 अक्टूबर को इजराइल में हमास के हमले के जवाब में अपनी जमीनी घुसपैठ शुरू की थी. हमास के हमले में आतंकवादियों ने 1,200 लोगों को मार डाला था और 240 बंधकों को ले लिया था.
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को एक कैबिनेट बैठक में कहा कि युद्ध में हमें बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ रही है. हालांकि हमारे पास लड़ना जारी रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. व्हाइट हाउस ने शनिवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और नेतन्याहू ने इजराइली अभियान पर चर्चा की.
वहीं अमेरिका ने एक बयान में कहा, बाइडेन ने मानवीय सहायता अभियान का समर्थन करने वाले लोगों सहित नागरिकों की रक्षा और उनको लड़ाई के क्षेत्रों से सुरक्षित रूप से दूर जाने की अनुमति देने के महत्व पर जोर दिया. व्हाइट हाउस ने कहा कि नेताओं ने शेष सभी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के महत्व पर चर्चा की.
नेतन्याहू ने बैठक में उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया कि अमेरिका ने इजराइल को अपने सैन्य अभियान का विस्तार नहीं करने के लिए मना लिया था. वॉल स्ट्रीट जर्नल ने शनिवार को बताया कि बाइडेन ने नेतन्याहू को पड़ोसी लेबनान में आतंकवादी हिजबुल्लाह समूह पर हमला नहीं करने के लिए राजी किया था कि वह इजराइल पर हमला करेगा. नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल एक संप्रभु राज्य है. युद्ध में हमारे निर्णय हमारे विचारों पर आधारित होते हैं, और मैं इसके बारे में विस्तार से नहीं बताऊंगा.