भारत ने इस्लामाबाद में ब्रिटिश दूत की पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) की यात्रा का कड़ा विरोध किया है. केंद्र सरकार ने ब्रिटिश दूत के पीओके दौरे को ‘बेहद आपत्तिजनक’ बताया है और कहा है कि भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का ऐसा उल्लंघन अस्वीकार्य है.

इस्लामाबाद में ब्रिटिश दूत जेन मैरियट ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) की 10 जनवरी को यात्रा की थी. भारत ने इस पर आपत्ति जाहिर की है. भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में में कहा गया कि मैरियट की यात्रा “अत्यधिक आपत्तिजनक” है और यह “भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन” करने वाला काम था. इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.

पाकिस्तान में ब्रिटिश दूत जेन मैरियट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर 10 जनवरी को मीरपुर की यात्रा की कई तस्वीरें शेयर करी थीं. उन्होंने तस्वीरें शेयर कर लिखा था, ”मीरपुर से सलाम, ब्रिटेन और पाकिस्तान के लोगों के बीच आपसी संबंधों का केंद्र है! 70 परसेंट ब्रिटिश पाकिस्तानी मूल रूप से मीरपुर से हैं, जिससे हम सभी का साथ मिलकर काम करना प्रवासी हितों के लिए जरूरी है. अपने आतिथ्य आदर के लिए शुक्रिया!”

ब्रिटिश दूत जेन मैरियट ने 8 जनवरी को भी एक पोस्ट शेयर की थी. उन्होंने पोस्ट शेयर कर लिखा था, ”फिलहाल मैं कराची, लाहौर और इस्लामाबाद में सभी खास राजनीतिक दलों के साथ समय बिता रही हूं. बुनियादी आर्थिक सुधारों का जारी रहना जरूरी है. आने वाली 8 फरवरी को होने वाले आम चुनाव पाकिस्तान के फ्यूचर के लिए महत्वपूर्ण हैं.

सोशल मीडिया पर पाकिस्तान में ब्रिटिश दूत की इस यात्रा की जमकर आलोचना हो रही है. यूजर्स इस यात्रा का विरोध कर रहे हैं. साथ ही ब्रिटिश सरकार द्वारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पीओके में अपने प्रतिनिधियों को भेजना गलत बताया है. वहीं कुछ यूजर्स ने ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक से जेन मैरियट के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की.

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