दिल्ली सरकार की कैबिनेट मंत्री आतिशी ने गुजरात में आम आदमी पार्टी के विधायक चैतर वसाबा पर लगाए गए आरोप और उनकी गिरफ्तारी को लेकर केंद्र की बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि आदिवासी किसान के हित में आवाज उठाने पर चैतर वसाबा पर झूठी एफआईआर दर्ज की गई और दबाव बनाने के लिए उनकी पत्नी को गिरफ़्तार किया गया. दिल्ली की कैबिनेट मंत्री आतिशी ने कहा कि गुजरात में आदिवासी विरोधी बीजेपी का असली चेहरा उजागर हो गया. बीजेपी आप के विधायक और आदिवासी नेता चैतर वसाबा की लोकप्रियता से घबरा गई है.
कैबिनेट मंत्री आतिशी ने कहा कि बीजेपी के लोगों में अरविंद केजरीवाल का डर बढ़ता जा रहा है. यही वजह है कि बीजेपी सरकार अपनी एजेंसियों का दुरुपयोग करते हुए आम आदमी पार्टी के नेताओं पर झूठे केस-मुकदमे करवा रही है. उन्होंने कहा कि गुजरात में देवियापाड़ा विधानसभा से आम आदमी पार्टी के विधायक और लोकप्रिय आदिवासी नेता चैतर वसाबा पर लगाया गया झूठा मुक़दमा भी इसी का प्रमाण है.
कैबिनेट मंत्री आतिशी ने कहा कि बीजेपी गुजरात के आदिवासियों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है. इस झूठे केस का जबाव आने वाले लोकसभा चुनाव में गुजरात का पूरा आदिवासी समाज देगा. बीजेपी की सरकार ने गुजरात में किसी आदिवासी नेता को उभरने नहीं दिया. उन्होंने कहा कि चैतर वसाबा आदिवासियों की मुखर आवाज हैं, इसीलिए बीजेपी उनको दबाना चाहती है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी जानती है कि चैतर वसाबा जैसे नेताओं के कारण लोकसभा चुनाव में आदिवासी हमारी पार्टी के साथ खड़े हैं इसलिए अभी से दबाव बनाया जा रहा है ताकि चैतर वसाबा जैसे नेताओं को लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोका जा सके. आतिशी ने कहा कि चैतर वसाबा न केवल आम आदमी पार्टी के विधायक हैं बल्कि गुजरात के आदिवासी समाज के चहेते नेता हैं.
उन्होंने कहा चैतर वसाबा गुजरात के देवियापाड़ा विधानसभा से विधायक हैं, ये एक आदिवासी इलाक़ा है. वहां वन विभाग ने एक आदिवासी किसान की फसल को काट दिया. विधायक होने के नाते चैतर वसाबा ने इस मुद्दे को उठाया, किसान के लिए मुआवजे की मांग की. और इस मुआवजे की लड़ाई में वन विभाग ने उनके खिलाफ एक झूठा एफआईआई कर दिया. साथ ही चैतर वसाबा की पत्नी, जो न इस मुद्दे में भागीदार थी, न मौके पर मौजूद थी, केवल दबाव बनाने के लिए उन पर भी केस कर दिया गया और गिरफ्तार कर लिया गया.
आतिशी ने कहा कि भाजपा शुरू से ही आदिवासी विरोधी पार्टी है. उन्होंने कहा कि चैतर वसाबा आदिवासियों के हक की लड़ाई लड़ते हैं. ऐसे में अब जब भाजपा को पता है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में आदिवासी उसके साथ नहीं है. उन्होंने कहा कि इसका जबाव सिर्फ आम आदमी पार्टी नहीं बल्कि गुजरात के आदिवासी भाई-बहन देंगे. आने वाले लोकसभा चुनाव में गुजरात का पूरा आदिवासी समाज देगा.