पाकिस्तान में फरवरी 2024 में आम चुनाव होने वाले हैं, जिसके लिए सभी पार्टियां जोरों-शोरों से तैयारी में लग चुकी हैं. इस चुनाव में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के चीफ हाफिज सईद की पार्टी ने भी हिस्सा लिया है. इस पार्टी का नाम पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग रखा गया है. पीएमएमएल के अध्यक्ष खालिद मसूद सिंधु ने कहा कि उनकी पार्टी अधिकांश राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है. इस पार्टी का चुनाव चिन्ह कुर्सी है. इस पार्टी में कई आतंकी भी शामिल हैं जो उम्मीदवारों के तौर पर चुनाव में खड़े हुए हैं.
26/11 आतंकी हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद 2019 से अन्य नेताओं के साथ जेल में बंद है, जबकि उसकी पार्टी चुनावी मैदान में है. सईद की पार्टी में बहुत से घोषित आतंकी शामिल हैं, इन सभी ने अपना नामांकन भी कर लिया है. इस चुनाव में हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ चुनाव लड़ेगा.
इस पार्टी के जरिए हाफिज सईद को प्रधानमंत्री बनाने की तैयारी की जा रही है. लश्कर-ए-तैयबा के चीफ हाफिज सईद के जेल जाने से पहले पूरे पाकिस्तान में पाकिस्तान का मतलब क्या कश्मीर बनेगा पाकिस्तान कश्मीरियों से रिश्ता क्या? ला इलाहा इ लल्लाह? के नारे गूंज रहे थे, लेकिन सईद के जेल जाते ही ये नारे बंद हो गए थे. सईद के बेटे तल्हा सईद एक बार फिर इन नारों को जिंदा करने की तैयारियों में पूरी तरह से जुट गया है. हाफिज सईद के गुर्गों ने नई राजनीतिक पार्टी बनाई है, लेकिन कहा जा रहा है कि हाफिज सईद की पुरानी पार्टी का ही नाम बदलकर इस पार्टी को लोगों के सामने लाया जा रहा है.
पार्टी ने बहुत ही अच्छे तरीके से अपनी पुरानी पार्टी की पहचान छिपाने की कोशिश की है. इस पार्टी की शुरुआत महंगाई के विरोध में की गई थी लेकिन धीरे-धीरे यह पार्टी पाकिस्तान राजनीति में दावेदार के तौर पर सामने आने लगी. कराची में 9 महीने पहले ही इस पार्टी के बैनर और पोस्टर लगाने शुरू कर दिए थे. पाकिस्तान में यह पार्टी मई से एक्टिव है. यह पार्टी लश्कर ए तैयबा और जमात उद दावा की राजनीतिक पहचान स्थापित करने के लिए बनाई गई है. इत्तिहास कांफ्रेंस के नाम से पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग की पहली सभा 8 मई को हुई थी.
7 अगस्त 2017 को जमात उद दावा ने पाकिस्तान में नई राजनीतिक पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग की घोषणा की थी. इस पार्टी को बनाने का उद्देश्य पाकिस्तान को एक वास्तविक इस्लामी और कल्याणकारी राज्य बनाना था. साल 2017 में मिल्ली मुस्लिम लीग पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने मान्यता देने से इनकार कर दिया और साथ ही चुनावों के दौरान पार्टी का नाम इस्तेमाल करने पर भी रोक लगा दी. इस पार्टी के कुछ उम्मीदवारों ने अलग-अलग पार्टी के जरिए चुनाव लड़े लेकिन उन्हें जीत हासिल नहीं हुई.
2 अप्रैल 2018 को अमेरिकी विदेश विभाग ने हाफिज सईद की पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग की घोषणा आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एक रूप में की और आतंकी संगठनों की लिस्ट में शामिल कर दिया, जिसके बाद इस पार्टी पर प्रतिबंध लगा दिया गया और फेसबुक से इस पार्टी के पेज को भी हटा दिया गया. पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग में दस से ज्यादा आतंकी शामिल हैं. अमेरिका ने आतंकवादी हाफिज सईद पर 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर का इनाम रखा है. हाफिज सईद की जमात उद दावा, लश्कर-ए-तैयबा का ही संगठन है, जो 2008 के मुंबई हमले को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार है.
इन आतंकी की लिस्ट में हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद, उसका दामाद खालिद नाइक, सैफुल्ला खालिद, अहमद नदीम अवान, हाफिज अब्दुल रऊफ , कारी मुहम्मद याकूब शेख, मुहम्मद हारिस डार, मुजम्मिल इकबाल हाशिमी, फय्याज अहमद , खालिद मसूद संधू अन्य शामिल हैं.