प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्लाइमेट चेंज पर एक बड़े ही खास सम्मेलन के लिए दुबई पहुंचे हैं. सम्मेलन को COP यानी क्लाइमेट चेंज कॉन्फ्रेंस कहा जाता है. यह इस तरह का 28वां सम्मेलन है, जहां पीएम कई ग्लोबल लीडर्स के साथ मीटिंग में शामिल होंगे. इससे पहले उनके दुबई पहुंचते ही भारतीयों ने उनका जोरदार स्वागत किया. लोगों ने ‘हर हर मोदी’ के नारे लगाए और सभी ने एक स्वर में कहा ‘अबकी बार, 400 पार.’
शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री ने अपनी उत्साह जाहिर की और अपने एक्स पोस्ट में कहा, “दुबई में भारतीय समुदाय के गर्मजोशी से स्वागत से बहुत प्रभावित हूं. उनका समर्थन और उत्साह हमारी जीवंत संस्कृति और मजबूत संबंधों का प्रमाण है.” अपनी दुबई यात्रा से पहले प्रधानमंत्री ने जलवायु परिवर्तन से निपटने की कोशिशों में विकासशील देशों का समर्थन करने के महत्व पर जोर दिया.
पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि विकसित देशों को विकासशील देशों के सामने आने वाली चुनौतियों पर गौर करनी चाहिए. उन्होंने क्लाइमेट चेंज की समस्याओं से निपटने के लिए क्लाइमेट फाइनेंस और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर पर जोर दिया. प्रधानमंत्री के दुबई पहुंचते ही भारतीयों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. उनके समर्थकों ने यहां ‘अबकी बार, 400 पार’ के नारे लगाए. पीएम ने भारतीयों से मुलाकात की खास तस्वीरें अपने सोशल मीडिया हैंडल पर भी शेयर किया.
COP28 में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने और जलवायु परिवर्तन से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए रणनीतियों पर वैश्विक नेता चर्चा करेंगे. शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के अलावा, पीएम मोदी दुबई में तीन अन्य उच्च स्तरीय कार्यक्रमों में भी शामिल होने वाले हैं.
मोदी COP28 को पेरिस समझौते के तहत हुई प्रगति का आकलन करने और भविष्य की नीतियों को निर्धारित करने के लिए एक अवसर के रूप में देखते हैं. प्रधानमंत्री ग्लोबल साउथ को लेकर काफी मुखर हैं, जहां क्लाइमेट चेंज का खतरा ज्यादा बना रहा था.