मेक्सिको की खाड़ी में अमेरिका का 40 लाख लीटर से ज्यादा तेल स्वाहा हो गया. अमेरिका को इससे अरबों रुपए का नुकसान हुआ है. तेल लुइसियाना के दक्षिण-पूर्वी तट पर एक पाइपलाइन से लीक हुआ. पाइपलाइन को बंद कर दिया गया है लेकिन अमेरिका लीक के कारणों का सटीक पता लगाने में जुटा है. अबतक तेल का अंश किनारे तक नहीं पहुंचा है लेकिन समुद्री जानवरों की जान पर खतरा बन आया है.
खाड़ी में तेज हवाओं के बीच तेल रिसाव के बारे में पता चला. इससे कुछ तेल वाष्प बनकर हवा में उड़ हए और पानी के साथ फैलने लगे. अमेरिकी कोस्ट गार्ड के न्यू ऑरलियन्स सेक्टर कमांडर कैप्टन केली डेनिंग ने कहा, पानी की सतह पर चमक और धब्बे दिखाई दिए हैं. अधिकारी ने कहा कि तेल लीक ह्यूस्टन स्थित थर्ड कोस्ट इंफ्रास्ट्रक्चर एलएलसी की सहायक कंपनी मेन पास ऑयल कंपनी के ऑनरशिप वाली पाइपलाइन सिस्टम के पास की गई. जिस पाइपलाइन से तेल लीक हुआ है, वो 67 मील लंबी है.
डब्ल्यूडब्ल्यूएल-टीवी ने शुक्रवार को बताया कि पाइपलाइन गेज से संकेत मिलता है कि 1.1 मिलियन गैलन यानी 40.7 लाख लीटर तेल नष्ट हो गया. इससे अमेरिका को 8.35 अरब रुपए का नुकसान हुआ है. यह मात्रा 2010 के बीपी तेल आपदा से बहुत कम है, जब एक तेल रिग विस्फोट के बाद के हफ्तों में 134 मिलियन गैलन तेल लीक होकर बर्बाद हो गया था.
सेंटर फॉर बायोलॉजिकल डायवर्सिटी ने एक प्रेस रिलीज में कहा, “डॉल्फिन से लेकर पक्षियों से लेकर दुर्लभ व्हेल तक, खाड़ी के समुद्री जानवर एक बार फिर खतरे में हैं. जीवों पर इसके प्रभाव की अभी भी जांच की जा रही है. अमेरिकी मछली और वन्यजीव अधिकारी ने कहा कि शनिवार को लुइसियाना तट पर दो तैलीय पेलिकन पक्षी देखे गए, जो तेल रिसाव की चपेट में आए थे.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 50 सालों में, अमेरिकी जल क्षेत्र में कम से कम 44 तेल रिसाव हुए हैं, जिनमें से प्रत्येक में 420,000 गैलन से अधिक तेल का रिसाव हुआ है. शुरुआती आकलन से पता चलता है कि नए रिसाव कम से कम 1.1 मिलियन गैलन यानी 40 लाख लीटर से ज्यादा हैं, जो उस मात्रा से कई गुना ज्यादा है. हर साल अमेरिकी जल में हजारों छोटे तेल रिसाव, एक बैरल या उससे कम होते हैं. इससे समुद्री जीवों पर बुरा प्रभाव पड़ता है.