रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नए साल 2024 में रूस की यात्रा के लिए आमंत्रित किया. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को क्रेमलिन में रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की. इस दौरान पुतिन ने विदेश मंत्री जयशंकर से कहा कि हमें अपने मित्र प्रधानमंत्री मोदी को रूस में देखकर खुशी होगी.

पुतिन ने इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी को रुस आने का न्योता दिया. इसके अलावा पुतिन ने अगले साल भारत में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर भी विदेश मंत्री जयशंकर से चर्चा की और कहा कि भारत और रुस के दोस्ताना संबंध बरकरार रहेंगे.

पुतिन ने कहा कि हमें यह जानकर बहुत खुशी हो रही है कि दुनिया में हो रही तमाम उथल-पुथल के बावजूद, एशिया में हमारे पारंपरिक दोस्त भारत और भारतीय लोगों के साथ संबंध लगातार विकसित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी की स्थिति को जानते हैं और हमने बार-बार यूक्रेन की स्थिति सहित जटिल प्रक्रियाओं के प्रति उनके दृष्टिकोण के बारे में बात की है. मैंने उन्हें इस संघर्ष से जुड़ी स्थिति के बारे में बार-बार सूचित किया है. मैं इस समस्या को शांतिपूर्ण तरीकों से हल करने के लिए हर संभव प्रयास करने की उनकी इच्छा जानता हूं.

पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को रूस में देखकर हमें बेहद खुशी होगी. हम सभी मौजूदा मुद्दों पर चर्चा करने और रूसी-भारत संबंधों के विकास की संभावनाओं के बारे में बात करने में सक्षम होंगे. हमारे पास बहुत बड़ी मात्रा में काम है. हालांकि मैं समझता हूं कि अगले साल भारत में आम संसदीय चुनाव होने वाले हैं तो यह आसान नहीं है. हम भारत में अपने दोस्तों की सफलता की कामना करते हैं. हमें उम्मीद है कि राजनीतिक ताकतों के किसी भी परिदृश्य में, हमारे लोगों के बीच पारंपरिक मैत्रीपूर्ण संबंध बने रहेंगे.

दरअसल विदेश मंत्री एस जयशंकर पांच दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर रूस में हैं. राष्ट्रपति पुतिन से पहले उन्होंने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से मुलाकात की. लावरोव के साथ अपनी बातचीत के बाद संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयशंकर ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन अगले साल वार्षिक शिखर सम्मेलन में मिलेंगे. इससे पहले जयशंकर ने कहा कि दोनों नेता लगातार संपर्क में रहे हैं.

विदेश मंत्री जयशंकर से मुलाकात के दौरान पुतिन ने यह भी कहा कि रूस और भारत के बीच व्यापार कच्चे तेल और उच्च प्रौद्योगिकी क्षेत्रों के कारण बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि हमारा व्यापार लगातार दूसरे साल स्थिर गति से बढ़ रहा है. इस साल विकास दर पिछले साल से भी अधिक है. बता दें कि भारत और रूस के बीच शिखर सम्मेलन दोनों की रणनीतिक साझेदारी में सर्वोच्च संस्थागत संवाद तंत्र है. अब तक भारत और रूस में बारी-बारी से 21 वार्षिक शिखर सम्मेलन हो चुके हैं. पिछला शिखर सम्मेलन दिसंबर 2021 में नयी दिल्ली में हुआ था.

 

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