फिलिस्तीन के वेस्ट बैंक में दो इजराइली जासूसों को पकड़ा गया है. वे यहां शरणार्थी कैंप में रह रहे थे. लोगों ने शनिवार को उनकी पहचान की और भीड़ ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी. वे दोनों कथित रूप से फिलिस्तीनी नागरिक ही थी. इसके बाद उनके शवों को गलियों में घसीटा और फिर खून से सने शवों को लात मारी और बिजली के खंभों से लटका दिया. इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर बड़े स्तर पर शेयर किया जा रहा है.
एक स्थानीय समूह ने दो फिलिस्तीनियों पर 6 नवंबर को तुलकेरेम शरणार्थी शिविर में इजराइली सुरक्षा बलों की मदद करने का आरोप लगाया था. एक फिलिस्तीनी सुरक्षा अधिकारी के मुताबिक, शरणार्थी शिविर में छापे में स्थानी समूह के तीन प्रमुख नेता मारे गए थे. द टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक, मृतकों की पहचान 31 वर्षीय हमज़ा मुबारक और 29 वर्षीय आजम जुआबरा के रूप में की गई है. वे कथित रूप से वेस्ट बैंक में समूह की गतिविधियों के बारे में इजराइल को सूचना दे रहे थे.
पिछले सात हफ्तों में अकेले वेस्ट बैंक में इजराइली गोलीबारी में 230 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इजराइली बलों ने फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार करने के लिए उत्तरी फिलिस्तीनी शहर कबातिया में छापेमारी की. इस दौरान गोलीबारी में एक स्थानीय डॉक्टर 25 वर्षीय शामेख अबू अल-रब की मौत हो गई. अबू अल-रब फिलिस्तीनी शहर जेनिन के गवर्नर कमाल अबू अल-रब का बेटा था.
एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, एक फिलिस्तीनी सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि तुलकेरेम शरणार्थी शिविर में, एक स्थानीय समूह ने दो फिलिस्तीनियों पर इजराइली सुरक्षा बलों को एक बड़े सैन्य हमले में समूह को निशाना बनाने में मदद करने का आरोप
लगाया था, जिसमें 6 नवंबर को उनके तीन प्रमुख नेता मारे गए थे. रिपोर्ट के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि फिलिस्तीनी सुरक्षा बलों को इस घटना के बारे में पहले से जानकारी थी. हालांकि, बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में इन हत्याओं की पुलिस जांच होगी.