लोकसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण की वोटिंग से पहले हरियाणा में सियासी हलचल तेज हो गई है.शिरोमणि अकाली दल आगामी लोकसभा चुनावों में पूरे हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के उम्मीदवारों के समर्थन का ऐलान कर दिया है. इस संबंध में निर्णय वरिष्ठ अकाली नेता और पार्टी के हरियाण इंचार्ज बलविंदर सिंह भूंदड़ की अध्यक्षता में हुई पार्टी की हरियाणा इकाई की मीटिंग में लिया गया. इस अवसर पर अकाली दल की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष शरणजीत सिंह सोथा भी मौजूद थे.

चंडीगढ़ में पार्टी के मुख्य कार्यालय में आयोजित मीटिंग में इनेलो के जनरल सचिव अभय चौटाला भी शामिल हुए और उन्होने संसदीय चुनावों में इनेलो को पूरा समर्थन देने के लिए हरियाणा इकाई का धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि इनेलो और अकाली दल पारंपरिक गठबंधन सहयोगी है और आगामी चुनावों में उनकी एकता से इनेलो को विजयी होने में सहायता मिलेगी. उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कैसे क्षेत्रीय पार्टियों को हाशिए पर डालने और यहां तक कि उन्हें खत्म करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि केवल क्षेत्रीय पार्टियां ही क्षेत्र के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकती है , और मुझे विश्वास है कि इनेलो और अकाली दल के हाथ मिलाने से हरियाणा के लोगों की आकांक्षाएं पूरी होंगी.

इस अवसर पर बोलते हुए बलविंदर सिंह भूंदड़ ने कहा कि पार्टी ने हरियाणा में अपने कैडर से फीडबैक लिया और इस बारे में व्यापक विचार है कि अकाली दल को इनेलो का समर्थन करना चाहिए, जो अकेले किसानों, खेत मजदूरों के साथ-साथ गरीबों और दलितों के समर्थन में खड़ा है. भूंदड़ ने आगे कहा कि पार्टी जल्द ही अपनी हरियाणा टीम को मैदान में उतारेगी और उन्हे इनेलो का समर्थन करने के लिए विशिष्ट जिम्मेदारियां देगी. उन्होंने यह भी खुलासा किया कि हरियाणा इकाई ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया है. हरियाणा में लोकसभा की 10 सीटें हैं. इन सभी सीटों पर एक ही साथ 25 मई को छठे चरण में वोट डाले जाएंगे.

राज्य में बीजेपी सभी की सभी सीट पर अकेल चुनाव लड़ रही हैं. चुनाव से ठीक पहले बीजेपी ने जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) प्रमुख दुष्यंत चौटाला से गठबंधन तोड़ते हुए अकेले मैदान में उतरी है. दुष्यंत चौटाला हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार में डिप्टी सीएम भी रहे थे, लेकिन जब सीटों पर बात नहीं बनी तो दोनों के रास्ते अलग-अलग हो गए.

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