अमेरिका के रिश्ते कई देशों के साथ खराब हैं. लेकिन उसको हमेशा से ज्यादा खतरा दो देशों से ही रहा है, वो हैं चीन और रूस. जहां चीन अमेरिका के सामने बड़ी आर्थिक चुनौती खड़ी कर रहा है तो वहीं रूस भी अमेरिका के दुश्मन समूह और देशों को मदद प्रदान कर अमेरिका को हमेशा अपने चेक पर रखता है. हाल ही में अमेरिका ने चीन के साथ अपने रिश्ते सुधारने की कोशिश की है. लेकिन रूस के लिए उसके रवैये में कोई बदलाव नहीं आया है. रूस के ऊपर एक और शिकंजा कस्ते हुए मंगलवार को अमेरिकी सीनेट ने रूसी यूरेनियम के आयात पर रोक लगाने वाले कानून को मंजूरी दे दी हैं. अमेरिका ने ये रोक रूस के यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान को कमजोर बनाने के उद्देश्य से लगाई है.

यूरेनियम का इस्तेमाल बिजली बनाने वाले न्यूक्लियर रिएक्टर्स को चलाने के लिए किया जाता है. US एनर्जी इंफॉर्मेशन के मुताबिक अमेरिकी परमाणु ऊर्जा प्लांट्स ने 2022 में अपने यूरेनियम का लगभग 12 फीसद यूरेनियम रूस से आयात किया है. एक अनुमान के मुताबिक अमेरिका रूस से यूरेनियम खरीदने पर करीब 1 बिलियन डॉलर खर्च करता है. सीनेट एनर्जी कमेटी के शीर्ष रिपब्लिकन और अमेरिकी सीनेटर जॉन बैरासो ने बताया कि “व्योमिंग के पास रूसी आयात को बदलने के लिए यूरेनियम है और हम इसका इस्तेमाल करने के लिए तैयार हैं.”

बैरासो ने रोक लगाने के पीछे का मकसद बताते हुए कहा, “हमारा ये कानून रूस की युद्ध मशीन को खत्म करने, अमेरिकी यूरेनियम उत्पादन को दौबारा से जीवित करने और अमेरिका की न्यूक्लियर पावर आपूर्ति चेन में निवेश को बढ़ावा देने में मदद करेगा.”बता दें पिछले हफ्ते राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन को अरबों डॉलर की सहायता प्रदान करने के लिए एक विदेशी सहायता विधेयक पर दस्तखत किए थे.

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