जॉर्जिया की राष्ट्रपति ने मीडिया को निशाना बनाने वाले तथाकथित रूसी कानून को वीटो कर दिया
जॉर्जिया की राष्ट्रपति ने शनिवार को मीडिया को निशाना बनाने वाले तथाकथित रूसी कानून को वीटो कर दिया. इस कानून के विरोध में कई हफ्ते तक बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन हुए. विवादास्पद कानून के अनुसार, मीडिया और गैर सरकारी संगठनों को यदि विदेशों से 20 प्रतिशत से अधिक धन प्राप्त होता है तो उन्हें (किसी) विदेशी शक्ति से फाइनेंस प्राप्त करने के रूप में पंजीकृत होने की जरुरत होगी. राष्ट्रपति सैलोम जौराबिचविली ने हफ्ते की शुरुआत में कहा था कि वह कानून को अस्वीकार्य मानती हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक विवादास्पद विदेशी एजेंट विधेयक से उत्पन्न तनाव को कम करने के उद्देश्य से, जॉर्जियाई राष्ट्रपति सैलोम ज़ौराबिचविली ने शनिवार को कानून को वीटो कर दिया. इस विधेयक की बड़े स्तर पर आलोचना हुई और अभूतपूर्व विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ. हालांकि, राष्ट्रपति जौराबिचविली का वीटो केवल प्रस्तावित कानून में देरी करने का काम कर सकता है, क्योंकि संसद अतिरिक्त वोट के साथ इसे खत्म करने की शक्ति बरकरार रखती है. सत्तारूढ़ जॉर्जियाई ड्रीम पार्टी द्वारा प्रस्तावित और इस हफ्ते की शुरुआत में संसद द्वारा पारित विधेयक में गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) और मीडिया आउटलेट्स को विदेश से अपनी फंडिंग का 20 प्रतिशत से अधिक प्राप्त करने के लिए किसी विदेशी शक्ति से फाइनेंस प्राप्त करने वाली संस्थाओं के रूप में पंजीकृत होने की आवश्यकता है.
राष्ट्रपति ने पोस्ट किया कि मैंने रूसी कानून को वीटो कर दिया. यह कानून, अपने सार और भावना में, मूल रूप से रूसी है, जो हमारे संविधान और सभी यूरोपीय मानकों का खंडन करता है. इस प्रकार यह हमारे यूरोपीय पथ में बाधा का प्रतिनिधित्व करता है. इस कानून को निरस्त किया जाना चाहिए. आलोचकों ने मीडिया की स्वतंत्रता और नागरिक समाज की गतिविधियों को कम करने की क्षमता का हवाला देते हुए इस कानून की तुलना असहमति को दबाने के उद्देश्य से रूसी कानूनों से की है. रिपोर्ट के अनुसार, यह विधेयक गैर-अनुपालन संगठनों पर भारी जुर्माना लगाता है, जिससे देश में लोकतांत्रिक मानदंडों के क्षरण के बारे में चिंताएं बढ़ जाती हैं.