रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चीन के दौरे पर हैं. दूसरी तरफ पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री इशाक डार भी चीन में हैं. पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर बढ़ रहे हमलों को लेकर चीन ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री को खरी-खोटी सुनाई है. बुधवार को चीन ने पाकिस्तान से अपने श्रमिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कोशिश करने के लिए कहा है. चीन पाकिस्तान के बीच चल रहे CPEC प्रोजेक्ट्स के लिए हजारों चीनी कर्मी पाकिस्तान में मौजूद हैं. हाल ही में चीनी नागरिकों पर बढ़े हमलों को लेकर चीन चिंतित हो गया है.
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार चीन पहुंचे हैं. जहां उन्होंने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात कर चीन पाकिस्तान के रणनीतिक रिश्तों पर चर्चा की. चर्चा के दौरान चीन ने पाकिस्तान के सामने अपने कर्मियों की सुरक्षा का मुद्दा भी रखा. जिसमें चीन के विदेश मंत्री ने कहा, “पाकिस्तान CPEC परियोजनाओं में शामिल हजारों चीनी श्रमिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करे.”
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि सालों से पाकिस्तान ने पूरी लगन से एक-चीन सिद्धांत का पालन किया है और चीन के मूल हितों से संबंधित मुद्दों पर बिना किसी आपत्ति के चीन को समर्थन किया है. उन्होंने आगे कहा पाकिस्तान की राष्ट्रीय संप्रभुता, आज़ादी और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने और अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों में बड़ी भूमिका निभाने में चीन अहम रोल निभाता आया है. विदेश मंत्री ने ये भी कहा कि चीन पाकिस्तान में CPEC को बढ़ावा देने के प्रयास करने के लिए तैयार है.
मार्च के महीने में पाक के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुए एक हमले में पांच चीनी और एक पाकिस्तान नागरिक मारे गए थे. ये हमला चीन के CPEC प्रोजेक्ट के तहत शुरू की गई दासू जलविद्युत परियोजना के वाहन पर किया गया था. इससे पहले भी चीनी नागरिकों पर पाकिस्तान में हमले होते रहे हैं. पाकिस्तान के विदेश मंत्री डार ने चीन को आश्वस्त किया है कि पाकिस्तान आतंकी हमले का प्लान बनाने वालों, फंड देने वालों और आतंकियों को सजा देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. डार ने बताया कि हमने चीनी कर्मियों की सुरक्षा के लिए 12 हजार अर्धसैनिक बलों का गठन किया है.