नई दिल्ली। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू और उनके करीबियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी लगातार चौथे दिन भी जारी है। ओडिशा और झारखंड में धीरज साहू के अलग-अलग ठिकानों पर हुई छापेमारी में आयकर विभाग को अब तक 300 करोड़ रुपए कैश बरामद हुआ है। बताया जा रहा है कि अभी और इसमें इजाफा होता जा रहा है। आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक, छापेमारी में अभी और समय लग सकता है। आयकर विभाग के हाथ कुछ और ठिकानों की जानकारी मिली है, जहां कैश और ज्वेलरी हो सकती है।कंपनी है। ये कंपनी कांग्रेस सांसद धीरज साहू की बताई जा रही है। आयकर विभाग ने कर चोरी के आरोप में ये छापेमारी की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी साधा निशाना…
धीरज साहू के ठिकानों पर छापेमारी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी भी बयान दे चुके हैं। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता से लूटा गया पैसा वापस करना होगा। प्रधानमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के ‘भाषणों’ को सुनें… जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह मोदी की गारंटी है।
आयकर विभाग ने संबलपुर, बोलांगीर, टिटिलागढ़, बौध, सुंदरगढ़, राउरकेला और भुवनेश्वर में छापेमारी की। शराब का कारोबार करने वाली कंपनी ने अभी तक छापे को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। आयकर विभाग की टीम ने भुवनेश्वर के पलासापल्ली में कंपनी के कॉर्पोरेट कार्यालय की भी तलाशी ली। इसके अलावा कंपनी के कुछ अधिकारियों के घरों, कंपनी के कारखाना और कार्यालय तथा रानीसती राइस मिल में भी तलाशी ली गई।
आयकर विभाग के पूर्व आयुक्त शरत चंद्र दास ने कहा था कि यह ओडिशा में आयकर विभाग द्वारा अब तक की सबसे बड़ी नकदी जब्ती हो सकती है। शरत चंद्र दास ने कहा, मैंने राज्य में इतनी बड़ी मात्रा में नकदी बरामद होते कभी नहीं देखी।नौ अलमारियों में मिले 300 करोड़ रुपये कैश…
बता दें कि धीरज साहू एक बड़े उद्योगपति हैं और शराब बनाने वाली कंपनी बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज से जुड़े हैं। आयकर विभाग ने ग्रुप के झारखंड-ओडिशा और बंगाल के 10 ठिकानों पर छापेमारी की। आयकर विभाग ने बलदेव साहू कंपनी के बोलांगीर स्थित कार्यालय से 30 किलोमीटर दूर सतपुड़ा ऑफिस में छापेमारी में 300 करोड़ रुपये कैश बरामद किए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नोटों के बंडल ऑफिस की नौ अलमारियों में भरे रखे थे। नोट 500, 200 और 100 रुपए को गड्डियों में रखे थे। इतनी बड़ी संख्या में कैश मिलने के बाद आयकर विभाग की टीम ने मशीनों से नोट गिनकर 157 बैगों में भरा, जब बैग कम पड़ गए तो बोरियों में नोट भरे गए और उसके बाद एक ट्रक में डालकर इन्हें बैंक ले जाया गया।
ओडिशा की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज…
बता दें कि बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज पश्चिमी ओडिशा की सबसे बड़ी देशी शराब निर्माता और विक्रेता कंपनियों में से एक है। इस कंपनी में कांग्रेस सांसद धीरज साहू के अलावा उनके परिवार के राजकिशोर साहू, स्वराज साहू और परिवार के अन्य सदस्य शामिल हैं। ओडिशा का कारोबार उनके भाई संजय साहू और दीपक साहू संभालते हैं। बता दें कि धीरज साहू के परिवार के स्वामित्व वाले इस ग्रुप में बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) के अलावा
सूत्रों के मुताबिक, करीब 6-7 रूम ऐसे हैं जिनको चेक करना बाकी है। साथ ही साथ 9 लॉकर को भी अभी खोला जाना बाकी है। जिन जगहों पर छापमेरी चल रही है वो बुध डीस्टिलरीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी और इससे जुड़े परिसर हैं। बुध डीस्टिलरीज प्राइवेट लिमिटेड शराब बनाने वालीबलदेव साहू इंफ्रा लिमिटेड, क्वालिटी बॉटलर्स और किशोर प्रसाद-विजय प्रसाद बेवरेज लिमिटेड कंपनियां शामिल हैं। आयकर विभाग ने इन सभी कंपनियों को ठिकानों पर छापेमारी की है। बलदेव साहू इंफ्रा लिमिटेड फ्लाई ऐश ब्रिक्स बनाने का काम करती है और बाकी तीन कंपनियां शराब कारोबार से जुड़ी हैं।
जानिए कौन हैं धीरज साहू…
धीरज प्रसाद साहू झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य हैं। उनका जन्म नवंबर 1959 में हुआ था। बीए पास धीरज जुलाई 2010 में पहली बार कांग्रेस की ओर से राज्यसभा सांसद चुने गए थे। 2018 में धीरज एक बार फिर झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा बनाए गए। धीरज को राजनीति विरासत में मिली थी। उनके भाई शिव प्रसाद साहू लोकसभा के सांसद रह चुके हैं। उनका परिवार आजादी के बाद से ही कांग्रेस से जुड़ा हुआ था। 1977 में राजनीति में आने वाले धीरज 1978 में जेल भरो आंदोलन में जेल गए थे।
धीरज प्रसाद की कुल कमाई है इतनी…
2018 में राज्यसभा के लिए चुने जाने से पहले दाखिल चुनावी हलफनामे में धीरज ने अपनी संपत्ति 34.83 करोड़ रुपए की घोषित की थी। इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने बताया था कि वित्त वर्ष 2016-2017 में उनकी कमाई 1.0047 करोड़ रुपए थी।